चयन वेतनमान में गड़बड़ी, दो जनप्रतिनिधियों ने महानिदेशक को भेजा पत्र
Deoria News - देवरिया, निज संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों के चयनवेतनमान का मामला तूल
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देवरिया, निज संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों के चयनवेतनमान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर आरोप लगाते हुए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से मामले की शिकायत की थी। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए दो जनप्रतिनिधियों ने अपर मुख्य सचिव एवं महानिदेशक बेसिक शिक्षा को पत्र लिखकर मामले की जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जिले में करीब तीन सौ से अधिक शिक्षकों को एक ही पद पर दस वर्ष सेवा पूरी करने पर चयन वेतनमान जारी किया जाना है। दिसम्बर माह में ही इस अवधि को पूर्ण कर चुके शिक्षकों ने चयन वेतनमान देने के लिए अपना आवेदन संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में प्रस्तुत किया। आरोप है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 31 दिसम्बर को ही तरकुलवा, देसही देवरिया, बनकटा, भाटपाररानी तथा बैतालपुर के लगभग 75 शिक्षकों की फाइल निस्तारित करते हुए आदेश जारी कर दिया।
वहीं सलेमपुर की फाइलों को महानिदेशक के आदेश का हवाला देते हुए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए 31 दिसम्बर को ब्लॉक कार्यालय को वापस कर दिया। 18 दिसम्बर से जिला कार्यालय में रखी हुई रामपुर कारखाना की फाइल को 30 दिसंबर को आपत्ति लगाते हुए लौटा दिया गया। इसके अलावा कई अन्य ब्लाक के शिक्षकों की फाइल कार्यालय में ही लंबित कर दी गयी है।
शिक्षकों का आरोप है कि एक ही तिथि में जमा फाइलों के साथ भेदभाव करते हुए जनवरी 2025 से आनलाइन स्वीकृति का हवाला देते हुए फाइल लौटा दी गयी। वहीं कई ब्लाक के शिक्षकों की फाइल लंबित रखी गयी। मामले में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक जयशिव प्रताप चंद ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलकर चयन वेतनमान जारी करने का आग्रह किया। संघ के पदाधिकारियों ने मामले में निस्तारण न होने पर धरना प्रदर्शन की भी चेतावनी दी थी।
कार्यालय से संतोषजनक कार्यवाही न होने पर संगठन ने डीएम देवरिया से मिलकर बीएसए देवरिया के खिलाफ शिकायत की थी। वहीं दूसरी ओर सदर विधायक डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी तथा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह से मिलकर शिक्षकों ने बीएसए पर भेदभाव पूर्ण कार्यवाही करने और अनियमितता का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगायी। मामले में दोनों जनप्रतिनिधियों ने बेसिक शिक्षा महानिदेशक तथा अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शिक्षकों के चयन वेतनमान जारी कराने का निर्देश दिया है।
शिक्षकों के चयन वेतनमान की फाइलों का निस्तारण किया जा रहा है। कोई भी प्रकरण लंबित नहीं रहेगा। आप इधर का पत्र देख लीजिए। कोई कुछ भी कह सकता है। पर कार्यालय में सबका काम हो रहा है।
शालिनी श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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