1812 मृतकों के खाते में जा रही थी पेंशन, सर्वे में खुली पोल
देवरिया में 1812 मृतकों के खाते में वृद्धवस्था पेंशन बंद, विभाग द्वारा सत्यापन के दौरान मृतकों की पेंशन बंद की जा रही है।
देवरिया, निज संवाददाता। जिले में 1812 मृतकों के खाते में वृद्धवस्था पेंशन जा रहा था। सर्वे में इसकी पोल खुली है। अब विभाग द्वारा सर्वे में चिन्हित ऐसे वृद्धवस्था पेंशन पाने वाले मृतकों की पेंशन बंद कर दी गई है। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके बुजुर्गों को समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रतिमाह वृद्धावस्था पेंशन के रूप में एक हजार रुपए दिया जाता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए शासन द्वारा शहरी क्षेत्र के लोगों के लिए 56,200 वार्षिक आय निर्धारित है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए उनकी वार्षिक आय 46,080 होनी चाहिए। इसके लिए पात्रों को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया निर्धारित की गई है। वहीं शहरी क्षेत्र के लोग ऑनलाइन आवेदन करने के बाद इसकी स्वीकृति के लिए तहसील मुख्यालय पर हार्ड कॉपी जमा करते हैं। जिसका सत्यापन एसडीएम द्वारा लेखपाल के माध्यम से कराया जाता है। पात्रता के सत्यापन के बाद उन्हें वृद्धावस्था पेंशन की मंजूरी मिलती है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के लिए पात्र व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने के बाद इसकी हार्ड कॉपी खंड विकास अधिकारी कार्यालय में जमा की जाती है। बीडीओ द्वारा ग्राम पंचायत सेक्रेटरी के माध्यम से आवेदन कर्ता के पात्रता का सत्यापन कराया जाता है। इसके बाद वृद्धावस्था पेंशन की स्वीकृति मिलती है। वहीं विभाग द्वारा हर साल पेंशन पाने वाले बुजुर्गों का सत्यापन भी कराया जाता है। सत्यापन में जो मृत पाए जाते हैं उनकी पेंशन बंद कर दी जाती है। जो जीवित होते हैं उन्हें पेंशन भेजी जाती है। वर्ष 2023-24 में कराए गए सर्वे में जिले में 1812 मृतकों के खाते में वृद्धवस्था पेंशन जा रही थी। इन सभी मृतकों के पेंशन विभाग द्वारा बंद कर दिया गया है। जिन पेंशनरों के खाते में उनकी मृत्यु होने के बाद जानकारी के अभाव में भेजी जाती है। उसे विभाग शासन को वापस भेज देता है।
87,127 के खाते में भेजी गई पेंशन
समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रति तिमाही के तीन हजार के हिसाब से वृद्धावस्था पेंशन पेंशनरों के खाते में भेजी जाती है। अप्रैल, मई व जून 3 महीने की पेंशन जुलाई महीने में 87127 पेंशनरों के खाते में भेजी जाती है।
18 हजार दिव्यांगजनों को भी मिल रही है पेंशन:
शासन के निर्देश पर साठ प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले दिव्यांगजनों को प्रतिमाह एक हजार पेंशन मिलती है। जिले में लगभग 18 हजार दिव्यांगजन पेंशन प्राप्त कर रहे हैं।
कोट---------
जिन पेंशनरों के खाते में वृद्धावस्था पेंशन भेजी जाती है। उनका प्रति वर्ष सत्यापन कराया जाता है। वर्ष 2023-24 के सर्वे में जो पेंशनर मृत पाए गए हैं। उनकी पेंशन बंद कर दी गई है। यदि सूचना के अभाव में किसी मृतक के खाते में वृद्धवस्था पेंशन चली भी जाती है तो उसे शासन को लौटा दिया जाता है।
जैसवार लाल बहादुर, जिला समाज कल्याण अधिकारी।
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