22 जनवरी से महाकुंभ में भी रामलला के दर्शन, पश्चिम बंगाल से बुलाए गए 70 से अधिक कारीगर
- महाकुंभ में नए यमुना पुल के पास परेड में अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का प्रतिरूप तैयार किया जा रहा है। मंदिर तैयार होने के बाद इसमें भगवान राम की प्रतिमा रखी जाएगी। निर्माणाधीन राम मंदिर का पट 22 जनवरी को लोगों के दर्शन के लिए खोला जाएगा। पिछले साल इसी दिन अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ-2025 में संगम स्नान के लिए देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान लोगों को अयोध्या में पिछले साल बनाए गए भव्य राम मंदिर में होने की अनुभूति होगी। महाकुंभ में नए यमुना पुल के पास परेड में अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का प्रतिरूप तैयार किया जा रहा है। मंदिर तैयार होने के बाद इसमें भगवान राम की प्रतिमा रखी जाएगी। 22 जनवरी को निर्माणाधीन राम मंदिर का पट लोगों के दर्शन के लिए खोला जाएगा। पिछले साल इसी दिन अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था। यहां अयोध्या की तरह राम मंदिर बनाने के लिए पश्चिम बंगाल के 70 से अधिक कारीगर बुलाए गए हैं।
मंदिर में लग रहा फाइबर कोलकाता से लाया गया है। मंदिर के लिए रामलला की प्रतिमा पश्चिम बारासात में बनाई जा रही है। मंदिर का निर्माण प्रयागराज मेला प्रशासन करा रहा है। इसके निर्माण की जिम्मेदारी दीघा (पश्चिम बंगाल) के चंदन जाना को सौंपी गई है। चंदन ने बताया कि 20 जनवरी तक मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा। मंदिर के निर्माण पर तकरीबन 90 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। चंदन के मुताबिक, मंदिर में प्रवेश करने पर लोगों को अयोध्या स्थित राम मंदिर में होने की अनुभूति होगी। जो लोग अयोध्या नहीं जा सकते, वे यहां भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे।
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ठंड के चलते 24 घंटे नहीं हो पा रहा काम
पिछले कुछ दिनों से ठंड बढ़ने के कारण राम मंदिर का प्रतिरूप निर्माण प्रभावित हो रहा है। मंदिर का निर्माण कर रहे कारीगरों ने बताया कि 24 घंटे काम करने की योजना थी। 15 जनवरी तक मंदिर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। ठंड बढ़ने के बाद रात में काम नहीं हो पो रहा है।
हैदराबाद में भी बना चुके राम मंदिर का प्रतिरूप
महाकुंभ के पहले हैदराबाद में भी अयोध्या राम मंदिर का प्रतिरूप बनाया गया था। निर्माण कर रहे चंदन जाना ने बताया कि हैदराबाद में मंदिर में भगवान का दर्शन करने के लिए भीड़ उम़ड़ी। जो लोग अयोध्या नहीं आए वे वहां के मंदिर में भगवान राम का दर्शन करने पहुंचे थे।