Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Criminal injured police encounter dies KGMU wife says he was not treated properly

पुलिस एनकाउंटर में घायल बदमाश की केजीएमयू में मौत, पत्नी बोली-सही से नहीं कराया गया इलाज

  • 22 अक्तूबर की रात लखनऊ के जानकीपुरम भिठौली के पास पुलिस की मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश कमलेश तिवारी की केजीएमयू गांधी वार्ड में मौत हो गई। बाएं पैर में पुलिस की गोली लगने के बाद से ही उसका इलाज चल रहा था।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊSat, 16 Nov 2024 11:04 PM
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22 अक्तूबर की रात लखनऊ के जानकीपुरम भिठौली के पास पुलिस की मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश कमलेश तिवारी की केजीएमयू गांधी वार्ड में मौत हो गई। बाएं पैर में पुलिस की गोली लगने के बाद से ही उसका इलाज चल रहा था। शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। पत्नी का आरोप है कि सही ढंग से कमलेश का इलाज नहीं हुआ। जिसकी वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई। मां का आरोप है कि मौत के बाद पुलिस ने आनन-फानन में पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करा दिया। कमलेश के शव को घर भी नहीं लाने दिया गया। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत इंफेक्शन फैलने का पता चला।

ऑपरेशन के बाद से बिगड़ने लगी थी तबीयत

ठाकुरगंज दौलतगंज निवासी कमलेश तिवारी के खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में लूट के 32 मुकदमे दर्ज थे। 21 अक्तूबर को कमलेश ने साथी अब्बास के साथ मिल कर जानकीपुरम में रास्ता पूछने के बाद शैलबाला से चेन लूटी थी। पुलिस बदमाशों को तलाश रही थी। 22 अक्तूबर की रात जानकीपुरम भिठौली क्रासिंग के पास चेकिंग कर रही पुलिस टीम पर कमलेश ने फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई में बाएं पैर में गोली लगने से वह घायल हुआ था। पत्नी रुमी तिवारी के मुताबिक तीन नवंबर को कमलेश का ऑपरेशन हुआ था। जिसके बाद से ही उसकी तबीयत खराब थी। आरोप है कि इलाज में लापरवाही बरते जाने की वजह से कमलेश की मौत हुई है।

बेटे का शव घर भी नहीं ला सके

मां फूलमती ने पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि केजीएमयू में इलाज चल रहा था। शुक्रवार को मौत का पता चलते ही पुलिस वाले आ गए। जिन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के कहने के बाद भी शव को घर नहीं लाने दिया गया। पोस्टमार्टम हाउस से सीधे ही शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया। हमसे केवल सुपुर्दगीनामे पर हस्ताक्षर कराए गए। यह बात कहते हुए फूलमती रो पड़ी। उन्होंने बताया कि 22 अक्तूबर को पुलिस पूछताछ के लिए लेकर गई थी। जिसके बाद कमलेश के मुठभेड़ में घायल होने का पता चला।

जेल अधीक्षक बृजेंद्र सिंह ने बताया, कमलेश तिवारी को पुलिस ने रिमाण्ड पर लिया था। जिसे पूछताछ के बाद जेल लाया गया। पर, तबीयत खराब होने के चलते उसे हॉस्पिटल भेजा गया था। जहां इलाज के दौरान मौत हुई है।

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