हत्या का साहस, डीएम आवास के पास लाश दफनाने का दुस्साहस, अपराधी बेखौफ, एकता मर्डर पर अखिलेश
कानपुर में एकता हत्याकांड को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। कहा कि भाजपा राज में गुनाह करने वाले बेखौफ अपराध कर रहे हैं।
कानपुर में एकता हत्याकांड को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। कहा कि भाजपा राज में गुनाह करने वाले बेखौफ अपराध कर रहे हैं। कानपुर में जिम ट्रेनर ने कारोबारी की पत्नी एकता की हत्या कर डीएम आवास के पास दफना दिया था। इसका खुलासा होने के बाद से सनसनी है। इसी को लेकर अखिलेश यादव ने हमला किया है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि एक हत्या का साहस और फिर ज़िलाधिकारी के आवास के पास लाश को दफनाने का दुस्साहस बताता है कि गुनाह करने वाले भाजपा राज में कैसे बेख़ौफ अपराध कर रहे हैं। गौरतलब है कि कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता की हत्या ग्रीन पार्क की पार्किंग में की गई थी। जिम ट्रेनर विमल सोनी ने 24 जून को कहासुनी और विवाद के बाद एकता की नाक पर मुक्का मारा और फिर कार में लिटाकर चुन्नी और रस्सी से गला कस दिया था। बाद में डीएम कंपाउंड स्थित ऑफिसर्स क्लब लेकर जाकर शव को जमीन में गाड़ दिया। पुलिस कार्यालय में अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने रविवार को इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया।
अपर पुलिस आयुक्त के साथ ही डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह और एसीपी कोतवाली आशुतोष हत्या की पूरी कहानी से पत्रकारों के सामने बताई। उन्होंने बताया कि जिम ट्रेनर एकता की सहेलियों समेत अन्य लड़कियों से बात करता था। उसकी शादी भी होनी तय हो गई थी। यह बात एकता को पसंद नहीं थी। इसलिए दोनों के बीच काफी कहासुनी हुई। इसे लेकर विवाद बढ़ा। दोनों के बीच अंतरंग संबंध थे। इसलिए एकता विमल को बहुत चाहती थी। जब मनमुटाव ज्यादा बढ़ा तो एकता ने जिम जाना बंद कर दिया था। पंद्रह दिनों तक वह नहीं गई। 24 जून को विमल के बुलाने पर वह जिम पहुंची।
कार का शीशा था काला, भीतर ही हुई हत्या
अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि 24 जून को जब एकता ग्रीन पार्क स्थित जिम आई थी तो उसने एक्सराइज भी की। इसके बाद दोनों ग्रीन पार्क की पार्किंग में खड़ी कार में जाकर बैठ गए। वहीं बातचीत के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई। विमल ने गुस्से में आकर एकता की नाक पर मुक्का मार दिया। एकता की नाक से खून आने लगा। वह कार में ही बेहोश होकर गिर गई। इसके साथ ही विमल ने चुन्नी और रस्सी से उसका गला कस दिया। किसी को शक न हो इसलिए जिम ट्रेनर ने ड्राइविंग सीट के बगल वाली सीट को गिराकर उसमें एकता के शव को लिटा दिया। कार का शीशा ब्लैक होने की वजह से किसी को पता भी नहीं लगा। फिर उसने आराम से ग्रीन पार्क से निकलकर शव को डीएम आवास परिसर स्थित ऑफिसर्स क्लब में ले जाकर दफना दिया।
खुदाई में इस्तेमाल फावड़ा बरामद, पुलिस को इनाम
कोतवाली इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त हुई कार, रस्सी, चुन्नी और टूटा हुआ क्लचर बरामद कर लिया गया है। खुदाई के लिए उपयोग किए गए फावड़े को भी बरामद किया गया है। आला अफसरों ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपये का इनाम दिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपित विमल सोनी को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, वहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
‘अगर नहीं मारता तो जीने नहीं देती
जिम ट्रेनर विमल सोनी ने कहा कि अगर मैं एकता मैम को नहीं मारता तो वो मुझे जीने नहीं देती। रोज-रोज मैम द्वारा झगड़ा करने और धमकी दिए जाने से मैं तंग आ गया था। मुझे ऐसा लगने लगा था कि एकता मैम मेरी शादी नहीं होने देगी। वह खुद भी मुझसे शादी नहीं करना चाहती थी। मेरे पास उन्हें मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। इसलिए प्लान बनाकर एकता मैम को बुलाया और मार डाला।’
पुलिस ने जिम ट्रेनर का पूरा बयान लिखित में लिया है और रिकॉर्ड भी किया है। पूछताछ में उसने बताया-‘बात करते-करते हम दोनों (एकता और विमल) के बीच अफेयर हो गया था। हम दोनों अक्सर ग्रीन पार्क पार्किंग में गाड़ी में बैठककर बात करते थे।
घटना के कुछ दिन पहले मेरी शादी एक लड़की से तय हो गई थी। रोका भी हो गया था। जब भी जिम में किसी अन्य महिला को अगर एक्सरसाइज ठीक से करा देता था तो एकता मैम जलन में मुझसे लड़ने लगती थीं। इस बात पर दिन में कई बार एकता से बहस हो जाती थी। मेरी शादी तय होने की वजह से एकता मैम काफी नाराज थीं। अक्सर लड़ती थीं। धमकी देती थीं कि अगर तुमने मेरे अलावा कही और शादी की तो अच्छा नहीं होगा। मैं एकता को हर दिन एनर्जी ड्रिंक पिलाता था। जिससे थकान कम होती थी’।
एनर्जी ड्रिंक में मिलाईं नशीली गोलियां
पुलिस की पूछताछ में जिम ट्रेनर ने बताया कि मारने से पहले एकता को थकान कम करने वाले एनर्जी ड्रिंक में नशीली गोलियां मिलाकर पिला दिया था। इससे एकता का सिर घूमने लगा। एकता को गाड़ी में जाकर बैठने के लिए कहा था। पीछे से वह खुद भी गाड़ी में आ गया था। गाड़ी के शीशे पर काली फिल्म लगी होने की वजह से कोई उसे देख नहीं सका। हल्के नशे में होने के बाद एकता बहस करने लगी। इस पर उसके नाक पर मुक्का मार दिया। इससे वह बेसुध होकर गिर गई। फिर उसके शव को ठिकाने लगा दिया।
45 मिनट में शव दफनाकर निकला, दोबारा भी गया
शातिर जिम ट्रेनर ने 45 मिनट में शव को दफनाया और फिर निकल गया। 24 जून को सरसैया घाट के सीसीटीवी कैमरे में वह आठ बजे कैद हुआ। फिर वह 8:45 बजे झाड़ी बाबा पड़ाव के सीसीटीवी में कैद हुआ है। पुलिस के मुताबिक इसी बीच जिम ट्रेनर आराम से ऑफिसर्स क्लब गया। वहां पर शव को दफनाकर वह निकल गया। विमल पौने दो बजे फिर ऑफिसर्स क्लब पहुंचा। किसी को शक न हो, इसलिए उसने और मिट्टी भरी। फिर वह निश्चिंत होकर वहां से निकल गया।
शव लेकर पहले गया था गंगा बैराज
एकता के शव को ठिकाने लगाने के लिए विमल सबसे पहले गंगा बैराज गया। वहां भीड़भाड़ होने की वजह से वापस लौट आया। हालांकि इससे पहले उसने एकता के जिम बैग को गंगा में ही फेंक दिया। कंपनी बाग से रावतपुर की तरफ थोड़ी दूर जाकर एकता का मोबाइल तोड़कर सिम और ट्रे को निकाला और अपनी कार की डैश बोर्ड पर रख दिया। पुलिस के मुताबिक विमल को शव दफनाने के लिए सबसे मुफीद स्थान ऑफिसर्स क्लब ही लगा। उसके मुताबिक वहां किसी को शक नहीं होता। यह वह गड्ढा खोदते वक्त भी देख चुका था। वहां पर वह बेखौफ होकर आता और जाता था। इसीलिए किसी को उस पर शक भी नहीं हुआ।