यूपी में तीन नए एक्सप्रेसवे का निर्माण जुलाई से शुरू होगा, इसी महीने कंसल्टेंट का चयन
यूपी में तीन नए एक्सप्रेसवे का निर्माण जुलाई से शुरू होगा। इसी महीने कंसल्टेंट का चयन कर लिया जाएगा। विन्ध्य एक्सप्रेसवे व विन्ध्य लिंक एक्सप्रेसवे के लिए भी जल्द रूट तय होगा। इसी महीने एक्सप्रेसवे निर्माण परियोजना के लिए कन्सल्टेंट का चयन होगा।

यूपी सरकार विन्ध्य एक्सप्रेसवे व विन्ध्य पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण जुलाई से कराने की तैयारी में है। मार्च में दोनों एक्सप्रेसवे के लिए सलाहकार कंपनी का चयन होगा। यह कंपनी सर्वे कर दोनों एक्सप्रेसवे का रूट तय करेगी। रूट तय हो जाने के बाद इसके बाद जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा। इसके बाद डवलपर का चयन होगा जो इन एक्सप्रेसवे का निर्माण कराएगी। यूपीडा ने इसके लिए पूरी योजना बना ली है। आगरा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लखनऊ में एक 50 किमी का एक्सप्रेसवे बनाया जाना है। इसके लिए निर्माण व जमीन खरीद पर 4200 करोड़ रुपये की रकम का इंतजाम होगा।
हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में 320 किमी के विंध्य एक्सप्रेसवे का निर्माण कराए जाने का ऐलान किया था। इस पर 22400 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज से शुरू होकर, मीरजापुर, वाराणसी चंदौली और सोनभद्र तक जाएगा। यहां से वह छत्तीसगढ़ व झारखंड से भी कनेक्ट हो सकता है। विंध्य एक्सप्रेसवे पर चंदौली से नया लिंक एक्सप्रेसवे प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के अंतिम बिंदु गाजीपुर तक जुड़ेगा। इसे ‘विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे’ का नाम दिया गया है। इसकी लंबाई लगभग 100 किमी होगी। इस पर 7000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस एक्सप्रेसवे से विन्ध्य, बुंदेलखंड का पूर्वांचल से सीधा संपर्क हो जाएगा। यह छह लेन का होगा। इन दोनों एक्सप्रेसवे का निर्माण यूपीडा करवाएगा।
गंगा एक्सप्रेसवे का काम 71 प्रतिशत पूरा
मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे एक्सप्रेसवे का 71 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। इस एक्सप्रेसवे के काम पूरा होने की समय सीमा नवंबर 2025 है। यूपीडा की कोशिश है कि इसे तय समय से पहले खत्म कर दिया जाए। मुख्य कैरिजवे पर मिट्टी का 95 प्रतिशत काम हो गया है। पूरे रूट में 1500 स्ट्रक्चर खड़े किए जाने हैं। 10 फरवरी तक 1412 स्ट्रक्चर बन गए हैं।
एसीईओ यूपीडा श्रीहरि प्रताप शाही का कहना है कि तीनों एक्सप्रेसवे के लिए प्रारंभिक तैयारी चल रही है। परामर्शी के चयन के लिए प्रक्रिया तेज हो गई है। इस साल घोषित दो नए एक्सप्रेसवे के लिए दो महीने में डिटेल सर्वे रिपोर्ट आ जाएगी। इन एक्सप्रेसवे के लिए आने वाले बजट में शुरुआती खर्च के लिए व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर तीनों परियोजनाओं पर तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले महाकुंभ में हुई योगी मंत्रिमंडल की बैठक में एक्सप्रेसवे के प्रस्ताव पर मुहर लगी थी। गंगा एक्सप्रेसवे को लिंक एक्सप्रेसवे से जोड़कर मिर्जापुर, वाराणसी से चंदौली तक ले जाने की तैयारी हो रही है।