Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Congress shedding crocodile tears in the name of Ambedkar, Mayawati lashed out at Parbhani Yatra

आंबेडकर के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही कांग्रेस, परभणी यात्रा पर बरसीं मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने आंबेडकर को लेकर गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के बाद अब कांग्रेस पर भी हमला बोला है। मायावती ने महाराष्ट्र के परभणी में आंबेडकर को लेकर हुए बवाल को दुर्भाग्यपूण बताते हुए भाजपा पर भी निशाना साधा। मायावती ने कांग्रेस की परभणी सम्मान यात्रा निकालने को घड़ियाली आंसू करार दिया।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानMon, 23 Dec 2024 03:49 PM
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बसपा प्रमुख मायावती ने आंबेडकर को लेकर गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के बाद अब कांग्रेस पर भी हमला बोला है। मायावती ने महाराष्ट्र के परभणी में आंबेडकर को लेकर हुए बवाल को दुर्भाग्यपूण बताते हुए भाजपा पर भी निशाना साधा। मायावती ने कांग्रेस की परभणी सम्मान यात्रा निकालने को घड़ियाली आंसू करार दिया। मायावती ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर के प्रति कांग्रेस वालों का रवैया हमेशा जातिवादी और तिरस्कारी रहा है।

मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है। इससे पहले अमित शाह से आंबेडकर को लेकर राज्यसभा में की गई टिप्पणी को लेकर मायावती ने माफी की भी मांग की है। अमित शाह के बयान के खिलाफ बसपा भी लंबे समय बााद सभी जिलों में धरना भी देने जा रही है।

मायावती ने कहा कि भारतीय संविधान के मूल निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर का अनादर और अपमान व उनके करोड़ों अनुयाइयों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं। साबित है कि कांग्रेस व भाजपा आदि कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं सबकी नीयत, नीति में खोट है।

मायावती ने परभणी घटना को लेकर कांग्रेसी नेता का आज के दौरे को घड़ियाली आँसू बताते हुए कहा कि बाबा साहेब के जीतेजी व उनके देहान्त के बाद भी कांग्रेस का उनके व उनके अनुयाइयों के हित व कल्याण के प्रति रवैया हमेशा जातिवादी व तिरस्कारी रहा है। इनको दलित-पिछड़ों की याद केवल इनके बुरे वक्त में आती है।

इसके साथ ही मायावती ने अमित शाह से संसद में बाबा साहेब विरोधी टिप्पणी को वापस लेने की मांग को लेकर बीएसपी द्वारा कल देश भर में जिला मुख्यालयों पर शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की सर्वसमाज से अपील की। बाबा साहेब के नाम पर छलावापूर्ण राजनीति करने वालों से सावधानी जरूरी। बीएसपी का अम्बेडकरवादी आत्म-सम्मान का मूवमेन्ट ’बहुजन समाज’ को वोट के माध्यम से शासक वर्ग बनाने का राजनीतिक मिशन है जबकि दूसरी पार्टियाँ केवल इनके वोटों के स्वार्थ की खातिर अम्बेडकरवादी होने का ढोंग करती रहती हैं। दलित/बहुजन के हितों में इनके मुंह में राम बगल में छुरी जैसा है।

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