मुसलमानों की हालत बिरयानी के तेज पत्ते जैसी, इन्हें नहीं दिया बड़ा पद, यूपी के डिप्टी CM का सपा पर हमला
- यूपी सरकार के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कुंदरकी उप चुनाव में आयोजित भाजपा अल्पसंख्यक सम्मेलन में मुसलमानों को वोट के लिए खूब झकझोरा। सपा-कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
यूपी सरकार के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कुंदरकी उप चुनाव में आयोजित भाजपा अल्पसंख्यक सम्मेलन में मुसलमानों को वोट के लिए खूब झकझोरा। सपा-कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। डिप्टी सीएम ने यहां तक कह डाला कि सपा में मुसलमानों की स्थिति बिरयानी के तेजपत्ते जैसी है। स्वादिष्ट बिरयानी के लिए तो तेजपत्ता जरूरी है लेकिन बनने के बाद इसे अलग कर दिया जाता है। सपा ने भी कही मुस्लिमों को बड़ा पद नहीं दिया।
कुंदरकी जीरो प्वाइंट पर आयोजित अल्पसंख्यक सम्मेलन में ब्रजेश पाठक ने कहा कि मुस्लिमों ने सपा-कांग्रेस का हमेशा साथ दिया पर उन्होंने हमेशा उपेक्षा की। यह कभी आपके काम नहीं आए। डिप्टी सीएम ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि सपा ने कभी किसी मुस्लिम को मुख्यमंत्री पद के लिए ऑफर नहीं किया न ही उन्हें कभी कोई बड़ा पद दिया। सपा के इस दोहरे चरित्र को समझने की जरूरत है।
उन्होंने चुटीले अंदाज में बिरियानी में तेज पत्ते का उदाहरण दिया। साथ ही भाजपा के साथ जुड़ने की अपील भी की। कहा अगर आप सपा से अलग हो जाओगे तो सपा की हालत टके की तीन हो जाएगी। मुस्लिम अलग हुए तो सपा को कोई पूछने वाला नहीं रहेगा। जैसे तेजपत्ते के अलग होने से बिरियानी बेस्वाद हो जाती है। वैसी सपा की हालत होगी।
औरों को तीस साल दिए, हमें तीस महीने दें
कुंदरकी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सरकार की योजनाएं गिनाईं। कहा, अस्पताल में इलाज हो या फिर पीएम आवास हमने कोई भेदभाव नहीं किया। कहीं से लिस्ट मंगवा कर देख लें संख्या का अंदाजा खुद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी सरकारी स्कूल में जाकर देख लें। उज्जवला योजना के कनेक्शन की संख्या देख लें। किसान सम्मान निधि हो या मुफ्त राशन सभी में मुसलमानों को उनकी संख्या के मुताबिक लाभ मिला है। भाजपा सरकार ने मुसलमानों को योजना देने में किसी तरह का भेदभाव नहीं किया। यह उप चुनाव कुंदरकी के लिए अहम है क्योंकि ढाई साल में आपके वोट की ताकत कुंदरकी की तस्वीर बदल सकती है। जिन लोगों ने कुछ नहीं दिया उन्हें वोट क्यों दें। ऐसी पार्टी को वोट दें जिसका विधायक चुना जाएगा तो कुंदरकी की सूरत बदलेगी।