पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सीएम योगी देंगे सौगात, देव दीपावली पर आगमन, नमो घाट का लोकार्पण
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सौगात देंगे। देव दीपावली पर 15 नवंबर को सीएम योगी का आगमन वाराणसी में होने जा रहा है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सौगात देंगे। देव दीपावली पर 15 नवंबर को सीएम योगी का आगमन वाराणसी में होने जा रहा है। इस दौरान सीएम योगी यहां के सबसे प्रसिद्ध हो चुके नमो घाट का लोकार्पण करेंगे। यूपी का दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी पहली बार वाराणसी को कोई सौगात अपने हाथों से देंगे। दूसरी बार सीएम बनने के बाद योगी वैसे तो वाराणसी कई बार आएं लेकिन यहां के लोगों को सौगातें पीएम मोदी के हाथों ही मिलती रही हैं।
वाराणसी जिला प्रशासन ने सीएम योगी के आगमन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। नमो घाट के लोकार्पण के साथ ही सीएम योगी एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। जनसभा के मद्देनजर मंच आदि बनवाने के कार्य में जिला प्रशासन जुट गया है। घाट पर अतिथियों और अन्य लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।
वाराणसी में दक्षिण से उत्तर की ओर बहने वाली गंगा के सबसे उत्तर में अंतिम घाट खिड़किया से आदिकेशव के बीच करीब डेढ़ किलोमीटर परिक्षेत्र में ‘नमो घाट’ का निर्माण कराया गया है। पिछले कुछ सालों में यह घाट सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हो गया है। यहां पर्यटक ही नहीं स्थानीय लोग भी पिकनिक मनाने के इरादे से आते हैं। अब लम्बे इंतजार के बाद देवदीपावली पर मुख्यमंत्री लोकार्पण करने जा रहे हैं। यह घाट नमस्कार मुद्रा वाली 25 फीट और 75 फीट ऊंची स्कल्पचर प्रतिमाओं की वजह से काफी प्रसिद्ध है।
करीब 75 करोड़ रुपये की लागत से दो चरणों में बने नमो घाट का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री लगभग पांच हजार लोगों की जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री के हाथों यहीं से देवदीपावली कार्यक्रम का शुभारम्भ होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ केंद्र सरकार के मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री क्रूज से सभी घाटों का भ्रमण कर देवदीपावली का नजारा लेंगे। योगी काशी प्रवास के दौरान सतुआबाबा की 12वीं पुण्यतिथि पर मणिकर्णिका घाट स्थित आश्रम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा सहित अन्य समारोहों में शिरकत कर सकते हैं।
सड़क, रेल और वायु को जोड़ने वाला है नमो घाट
गंगा के अनुप्रवाह में राजघाट और आदिकेशव घाट के बीच मौजूदा क्षेत्र को मनोरंजन सुविधाओं के साथ एक आधुनिक और सर्वसुलभ घाट के रूप में पुनर्विकास किया गया है। यह एकमात्र सड़क, रेल और वायु मार्ग को जोड़ने वाला घाट बन गया है। यहां पहले चरण में 21 करोड़ से विकास कार्य हुए हैं। जिसमें घाट का पुनर्विकास, प्लाजा, सीएनजी फिलिंग स्टेशन, शौचालय, आरओ का पानी, कार और दोपहिया पार्किंग, नमस्कार के प्रतिरूप लगे हैं। साथ ही ओपन-एयर थिएटर, फूड कोर्ट, जेट्टी जैसी सुविधाएं भी हैं।
दूसरे चरण में ‘विसर्जन कुंड’ (विसर्जन तालाब), बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, योग और ध्यान पार्क, हरित क्षेत्र, बेंच, ओपन एयर रेस्तरां, वाटर स्पोर्ट्स एरिया, मूर्तियां और भित्ति चित्र और एक बहुउद्देश्यीय मंच है। यहां हेलीपैड भी बनाया गया है।