क्लास रूम में तमंचा लेकर पहुंच गया आठवीं का छात्र, स्कूल में मचा हड़कंप, बुलानी पड़ी पुलिस
- बागपत के छपरौली के एक स्कूल में आठवीं का छात्र स्कूल बैग में तमंचा रखकर क्लासरूम में पहुंच गया। जब दूसरे बच्चों की नजर इस पर बड़ी तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिससे स्कूल में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और तमंचे को कब्जे में ले लिया।
यूपी के बागपत से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक आठवीं के छात्र ने अपने स्कूल बैग में तमंचा लेकर क्लासरूम मे पहुंच गया। जब बाकि छात्रों की नजर पड़ी तो वह दहशत में आ गए और शोर मचाने लगे। इससे स्कूल में में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और तमंचा को कब्जे में ले लिया।
ये मामल छपरौली के शहीद सत्यपाल सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय (कंपोजिट) का है। यहां पर शुक्रवार को कक्षा 8 का एक छात्र अपने बैग में तमंचा लेकर पहुंचा था। छात्र ने जब बैग से तमंचा निकाला तो दूसरे छात्रों की नजर उस पर पड़ गई। इससे बच्चे दहशत में आ गए और उन्होंने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। सूचना शिक्षिकाओं को मिली तो विद्यालय में हडकंप मच गया।
आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। विद्यालय से सटे थाने से पुलिसकर्मी मौके पर पहुँचे और उन्होंने तमंचा कब्जे में लिया। छात्र को लेकर वे उसके घर भी पहुंचे और इस संबंध में जांच पड़ताल की। विद्यालय में यह पूरा प्रकरण बीईओ छपरौली ब्रजमोहन की मौजूदगी में हुआ। हालांकि वह इस मामले को शिक्षिकाओं पर डालकर वहां से चलते बने। एक दिन तक वह इस मामले को दबाने का भी प्रयास करते रहे।
इस मामले में की सूचना जब बीएसए को मिली तो उन्होंने जांच बैठा दी। इसके बाद विद्यालय की सहायक अध्यापिका ने छपरौली थाने पर तहरीर दी है। इस घटना के बाद अभिभावकों से लेकर पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बीएसए गीता रानी ने बताया कि विद्यालय में छात्र द्वारा तमंचा ले जाने का प्रकरण बेहद गंभीर है। प्रथम दृष्टया तो इस मामले में बीईओ को ही कार्रवाई करनी चाहिए थी इस मामले की गंभीरता से जांच करा निश्चित रूप में से कार्यवाही की जायेगी। वहीं, स्कूल की सहायक अध्यापिका गीता शर्मा ने बताया कि यह मामला शुक्रवार का है और वह अवकाश पर थी। शनिवार को जब वह विद्यालय आई तो मामला सामने आया। छात्र का नाम स्कूल से काट दिया है और थाने पर तहरीर दे दी गई है।
सुपौल जैसी घटना की हो सकती थी पुनरावृत्ति
आपको बता दें कि अभी 31 जुलाई को बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। यहां एक प्राइवेट स्कूल में नर्सरी क्लास के छात्र ने अपने सीनियर तीसरी क्लास के छात्र को गोली मार दी थी। छात्र के हाथ पर गोली लगी थी। इसके तुरंत बाद छात्र को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छात्र अपने साथ बैग में पिस्तौल लेकर पहुँचा था। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति शुक्रवार को छपरौली में भी होने से बच गई।
कंपोजिट विद्यालय से शिक्षिकाओं को बुलाया
बड़ौत। शहीद सत्यपाल सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय (कंपोजिट) में 90 छात्र हैं जिनमे 50 बालक व 40 बालिका शामिल हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए यहां तीन शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि घटना के रोज (शुक्रवार को) तीनों ही शिक्षिकाएं गैरहाजिर थी। इस परिसर में प्राथमिक विद्यालय भी है जिसमे 5 शिक्षिकाएं तैनात हैं और ये ही अपने विद्यालय को छोड़ कंपोजिट विद्यालय में शिक्षण करने के लिए बुलाई गई थी। इसके अलावा इसी परिसर में ब्लॉक संशाधन केंद्र (बीईओ) भी हैं। बीईओ भी यहीं मौजूद थे, उनकी मौजूदगी में कंपोजिट विद्यालय राम भरोसे चल तो चल ही रहा है, ऊपर से वे इतनी बड़ी घटना को दबाने का प्रयास करते रहे।