चित्रकूट में जान-जोखिम में डालकर नाव से यमुना पार करते तिरहार वाले
Chitrakoot News - चित्रकूट के राजापुर तहसील के तिरहार इलाके में लोग जान जोखिम में डालकर यमुना नदी पार कर रहे हैं। सुबह से शाम तक नावों में भीड़ रहती है, जहां सवारियों के साथ कई बाइकें भी लाद दी जाती हैं, जिससे हादसों...
चित्रकूट, संवाददाता। जिले के राजापुर तहसील क्षेत्र के तिरहार इलाके से लोग जान-जोखिम में डालकर नाव के जरिए यमुना नदी पार कर रहे है। नजदीकी सफर करने के चक्कर में सुबह से लेकर शाम तक नाव से यमुना पार करने वालों की भीड़ जुटी रहती है। नाव वाले सवारियों के साथ ही एक साथ कई बाइकें भी लाद लेते है, जिससे हादसों का खतरा भी हमेशा बना रहता है।
राजापुर तहसील क्षेत्र के चिल्लीमल में यमुना पर नाव के जरिए संचालन कई दशको से हो रहा है। बरसात के समय जब यमुना उफान पर होती है, उसी समय कुछ दिनों के लिए नाव का संचालन बंद कर दिया जाता है। लेकिन इसके बाद हर समय नाव संचालित होती है। बताते हैं कि छोटी नाव में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाई जाती है। इसके अलावा उनमें एक साथ कई बाइकें भी लाद ली जाती है। देखा जाए तो तिरहार क्षेत्र से फतेहपुर आवागमन के लिए यही नजदीकी रास्ता है। क्योंकि पुल के जरिए सफर करने में लोगों को राजापुर या फिर बांदा जिले के कमासिन से होकर दादौंपुल पार करना पड़ता है। जिसमें आवागमन के दौरान समय के साथ ही अधिक खर्च होता है। फलस्वरुप नाव के जरिए नजदीकी सफर व कम खर्च में लोग फतेहपुर आवागमन करते है। यमुना किनारे बसे दोनो जनपदों के गांवों के लोग नाव से ही आवागमन कर रहे है।
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