Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़चित्रकूटContamination of Mandakini River by Toilet Waste in Chitrakoot

चित्रकूट में मंदाकिनी में पहुंच रहा एमपी के शुलभ शौचालय का गंदा पानी

चित्रकूट में शुलभ शौचालय का गंदा पानी पतित पावनी मंदाकिनी नदी में पहुंच रहा है, जिससे नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहाँ स्नान करते हैं, लेकिन एमपी प्रशासन इस समस्या को...

Newswrap हिन्दुस्तान, चित्रकूटSat, 23 Nov 2024 09:37 AM
share Share

चित्रकूट। भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में शुलभ शौचालय का गंदा पानी पतित पावनी मंदाकिनी में पहुंच रहा है। जिससे मंदाकिनी का पानी प्रदूषित हो रहा है। मंदाकिनी में रोजाना हजारो श्रद्धालु स्नान करते हैं। जानकारी के बावजूद भी एमपी प्रशासन अंजान बना हुआ है। वैसे तो रोजाना औसतन करीब पांच हजार श्रद्धालुओं का धर्मनगरी चित्रकूट में आगमन होता है। इसके अलावा हर महीने अमावस्या मेला के दौरान लाखों की भीड़ पहुंचती है। पतित पावनी मंदाकिनी में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते है और इसी के जल से राजाधिराज मत्तगयेन्द्रनाथ मंदिर में जलाभिषेक करते है। मंदाकिनी में कई नाले जुड़े होने की वजह से उनका गंदा पानी नदी में पहुंच रहा है। पिछले दीवाली मेला के दौरान एमपी प्रशासन ने भरतघाट में बने शुलभ शौंचालय को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पांच दिन को खुलवा दिया था। क्योंकि शुलभ शौंचालय का पानी रिसकर नदी में पहुंचने से यह अब तक बंद चल रहा था। दीवाली मेला खत्म होने के बाद एमपी प्रशासन ने शुलभ शौंचालय नहीं बंद कराया है। जिससे इसका गंदा पानी नदी में पहुंच रहा है। भरतघाट के बगल में ही निचले स्तर पर यूपी क्षेत्र का रामघाट है, जहां पर सर्वाधिक श्रद्धालु डुबकी लगाते है। इसके बावजूद एमपी प्रशासन जानकारी होने पर भी शुलभ शौंचालय नहीं बंद करवा रहा है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें