माह-ए-रमजान में ज्यादा से ज्यादा करनी चाहिए इबादत
Chandauli News - चंदौली में मौलाना नदीम असगर ने रमजान के दौरान इंसानियत और इबादत की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस महीने में गुनाहों की माफी होती है और अच्छाई की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने रोजेदारों से अपील की...

चंदौली। माह-ए-रमजान में हर इंसान को इंसानियत की राह पर चलना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा इबादत और कुरान पाक की तिलावत करनी चाहिए। यह बातें मंगलवार को मौलाना नदीम असगर साहब ने जामा मस्जिद सदात बस्ती मिलकियाने में दुआख्वानी के बाद बयान किया। वहीं पूरी दुनियां में अमन चैन की दुआ की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह महीना काफी खास है। इस महीने में इबादत करने का ज्यादा फायदा मिलता है। वहीं गुनाहों की माफी हो जाती है। रमजान महीना बुराई से दूर रखता है और अच्छाई पर चलने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही दूसरे प्रति हमदर्दी का भाव रखता है। नमाज ए जमात के मोकबीर राहिब जाफरी कर्बलाई ने कहा कि इस महीने में सिर्फ इबादत में गुजारे और अपने आसपास यह जरूर देखे कि दूसरे धर्म का कोई भी इंसान भूखा न रहे। सभी रोजेदारों से गुजारिश किया कि ईद का समान किसी भी हाल में दुकानदार का नाम देखकर न लें। किसी भी हाल में इस्लामी पैगाम इंसानियत को नहीं छोडा जा सकता है। अंजुमन के सेकेट्री हाजी यासिर जाफरी ने बताया कि माहे रमजान में हर हफ्ते दुआ का सिलसिला जारी रहेगा।
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