महामृत्युंजय यज्ञ के लिए किया गया भूमि पूजन
राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद ने बाबा दुखहरन नाथ मंदिर परिसर पिपरी में महामृत्युंजय यज्ञ की शुरुआत की। यह यज्ञ 16 नवंबर से 24 नवंबर तक चलेगा। यज्ञ में आचार्य पंडित नरेंद्र भार्गव और पंडित दिलीप शास्त्री...
धीना, हिन्दुस्तान संवाद । राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद की ओर से बाबा दुखहरन नाथ मंदिर परिसर पिपरी में महामृत्युंजय यज्ञ की शुरुआत शुक्रवार को राजगुरु मठ पीठाधीश्वर काशी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज ने भूमि पूजन के साथ किया। महामृत्युंजय यज्ञ 16 नवंबर को कलश यात्रा के साथ 24 नवंबर तक किया जाएगा। इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। पिपरी में आयोजित महामृत्युंजय यज्ञ में प्रमुख यज्ञाचार्य आचार्य पंडित नरेंद्र भार्गव,कथा व्यास पंडित दिलीप शास्त्री होंगे। जबकि यज्ञ के मुख्य यजमान संजय उर्फ बबलू सिंह निलंबित अध्यक्ष भारतीय कुश्ती संघ और रामकथा के मुख्य यजमान डॉ. हरेंद्र कुमार राय सदस्य उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन बोर्ड है। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज ने बताया कि महामृत्युंजय मंत्र के जाप से व्यक्ति को लंबी आयु प्राप्त होती है। व्यक्ति को जब भी महामृत्युंजय यज्ञ में जाने का मौका मिले उसे कभी भी गंवाना नहीं चाहिए। व्यक्ति को बड़े भाग्य से महामृत्युंजय यज्ञ का जाने का मौका मिलता है। वह धरती व आस पास का वातावरण पवित्र हो जाता है। पिपरी में आयोजित महामृत्युंजय यज्ञ का शुरुआत भूमि पूजन से हो चुका है। यज्ञ शाला बनने के बाद 16 नवंबर को कलश यात्रा के साथ महामृत्युंजय यज्ञ का शुरुआत किया जाएगा। जबकि 24 नवम्बर को विशाल भंडारा के साथ इसका समापन होगा। इस मौके पर राधेश्याम राय, रामाज्ञा राय, रमेश राय, डॉ. वेदव्यास राय, संतोष राय, आलोक राय, सोनू राय, प्रशांत राय, कपीश सिंह, वीरेंद्र सिंह, रामप्रताप राय आदि रहे।
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