सहकारी संघ को फिर से चालू कराने की मांग
टांडा कला क्षेत्र में सहकारी संघ बंद होने से किसानों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि उन्हें खाद, बीज और लोन की सुविधाएं मिलती थीं, लेकिन अब ये सब समाप्त हो चुका है।...
टांडा कला, हिन्दुस्तान संवाद क्षेत्र के टांडाकला, तारगांव, अजगरा बलुआ में सहकारी संघ चालू नहीं होने से किसानों को दिक्कत हो रही है। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि यहां से अनेक प्रकार की सुविधाएं किसानों को उपलब्ध होती थी। किसानों के हित के लिए खाद व बीज का वितरण एवं खेती करने के लिए लोन भी उपलब्ध कराता था। लेकिन इसका अस्तित्व समाप्त हो चुका है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को लोन आदि नहीं मिलने से दिक्कत हो रही है। क्षेत्रीय किसानों ने इसे फिर से चालू कराने की मांग की है। किसानों का कहना है कि प्रतिवर्ष सितंबर अक्तूबर महीने में गेहूं, चना, मटर, जौ, मसूर आदि सहकारी संघ से खेती करने के लिए लेते थे। अप्रैल मई में फसल होने पर इसे सवा गुना वापस करते थे। यह सिलसिला वर्षों तक चलता रहा। किसानों के बिना पूंजी इसका लाभ मिलता था और पैदावार होने पर संघ का चुकता किया जाता था लेकिन इसके बंद होने अब किसान परेशान हैं। अब हाल यह है कि सहकारी संघ बंद हो गए। लाखों रुपए की लागत से बनाए गए उनके भवन भूमि पर लोगों ने कब्जा कर लिया। वह भवन जर्जर स्थिति में पहुंच रहा है। क्षेत्रीय जनों में आक्रोश है। क्षेत्र की जनता व गरीब किसानों ने क्षेत्र में बंद पड़े सहकारी संघ को पुनः संचालित करने एवं उनका आधुनिकरण कर सभी कृषि सुविधा उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
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