Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़चंदौलीDr Jitendra Yadav Honored with Saraswat Award for Excellence in Education and Literature

सारस्वत सम्मान से सम्मनित हुए डॉ. जितेन्द्र

सकलडीहा पीजी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेन्द्र यादव को शिक्षा और साहित्य में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सारस्वत सम्मान प्राप्त हुआ। यह सम्मान बीएचयू में प्रो. मनोज दीक्षित द्वारा प्रदान किया...

Newswrap हिन्दुस्तान, चंदौलीMon, 11 Nov 2024 12:13 AM
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सकलडीहा, हिन्दुस्तान संवाद। सकलडीहा पीजी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका अपनी माटी के संपादक डॉ. जितेन्द्र यादव को शिक्षा और साहित्य में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सारस्वत सम्मान से रविवार को बीएचयू में सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार अखिल भारतीय सारस्वत परिषद द्वारा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी के वैदिक विज्ञान सभागार में प्रो.मनोज दीक्षित कुलपति महराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर ने प्रदान किया। यह सम्मान शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त व्यक्तियों को उनकी अमूल्य सेवाओं के लिए दिया जाता है। इस उपलब्धि से महाविद्यालय परिवार और क्षेत्र में हर्ष है। डॉ. जितेन्द्र यादव ने शिक्षा और साहित्यिक गतिविधियों के माध्यम से समाज को समृद्ध करने का कार्य किया है। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी गहरी समझ, विद्यार्थियों के प्रति समर्पण और उत्कृष्ट शोध-कार्य ने उन्हें एक आदर्श शिक्षक के रूप में स्थापित किया है। उनके मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को न केवल शैक्षिक बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में प्रेरणा मिलती है। वह चंदौली जिला के बैराठ गांव के निवासी हैं। इनकी बीए तथा एमए की पढ़ाई काशी हिंदू विश्वविद्यालय और पीएचडी दिल्ली विश्वविद्यालय से हुई है। उनकी संपादकत्व में प्रकाशित पत्रिका अपनी माटी भारतीय साहित्य, समाज और संस्कृति के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विशेष योगदान दे रही है। अपनी माटी के माध्यम से उन्होंने साहित्यिक लेखन को ग्रामीण और सामाजिक मुद्दों के साथ जोड़ते हुए एक अनोखी पहचान बनाई है। इस पत्रिका ने आदिवासी, ग्रामीण और हाशिए पर स्थित समुदायों की समस्याओं और उपलब्धियों को प्रमुखता से प्रस्तुत किया है, जो साहित्य जगत में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जाता है। इस सम्मान को पाकर डॉ. जितेन्द्र यादव ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, यह सम्मान न केवल मेरे लिए बल्कि उन सभी शिक्षकों और साहित्यप्रेमियों के लिए है जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाते हैं। यह पुरस्कार मेरे शिक्षण और साहित्यिक योगदान को मान्यता देने के साथ-साथ भविष्य में और बेहतर कार्य करने के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा। वही सकलडीहा पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय अन्य शिक्षकगण और छात्रों में इस सम्मान को लेकर हर्ष जताया है। प्राचार्य ने कहा, यह उपलब्धि न केवल कॉलेज के लिए बल्कि पूरे चंदौली जिले के लिए गौरव का विषय है। इस मौके पर प्रो. विवेकानंद तिवारी, कार्यक्रम संयोजक डॉ. सत्यपाल यादव उपस्थित रहे।

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