बाल विवाह की रोकथाम के लिए कर रहे जागरूक
Chandauli News - आपसी सहमित और कानूनी हस्ताक्षेप से भी रोका जा रहा बाल विवाह बाल विवाह की रोकथाम के लिए चलाया जा रहा जागरूकता अभियान बाल विवाह की रोकथाम के लिए चलाया ज

चंदौली। जिले में बाल अधिकारों की सुरक्षा और बाल विवाह की रोकथाम को लेकर ग्राम स्वराज्य समिति की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें धर्म गुरुओं से सहयोग और समर्थन मिल रहा है। इसके अलावा संगठन आपसी सहमित और कानूनी हस्ताक्षेप के जरिए भी बाल विवाह रोकने का काम कर रहा है। इस वित्तीय वर्ष के शुरूआत में जिले के नौगढ़, धानापुर और चंदौली में तीन बाल विवाह आपसी सहमित और कानूनी हस्ताक्षेप के जरिए रोका गया है। वहीं जिले में आपसी सहमति से 300 एवं कानूनी हस्तक्षेप से सात बाल विवाह रुकवाए गए थे। यह बातें मुख्यालय पर बैठक के दौरान ग्राम स्वराज्य समिति के कार्यक्रम संयोजक जुनेद खान ने कही। उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि बाल अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए जस्ट राइट्स फार चिल्ड्रेन (जेआरसी) के जिले से सहयोगी संगठन ग्राम स्वराज्य समिति की ओर से अक्षय तृतीया और शादी विवाह के मौसम को देखते हुए बाल विवाह रोकने के लिए विभिन्न धर्मों के विवाह कराने वाले पुराहितों के बीच चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को व्यापक सफलता मिली है। सभी धर्म गुरुओं ने समर्थन में अपना हाथ बढ़ाया है। इस सकारात्मक नतीजों को देखते हुए उम्मीद है कि इस अक्षय तृतीया पर जिले में एक भी बाल विवाह नहीं होने पाएगा। आज जिले में कई मंदिरों और मस्जिदों के आगे बाल विवाह की अनुमति नहीं है का बोर्ड लगा हुआ है। कहा कि यह संगठन 2030 तक बाल विवाह मुक्त भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जेआरसी के संस्थापक भुवन ऋभु की किताब व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन टिपिंग प्वाइंट टू इंड चाइल्ड मैरेज में सुझाई गई समग्र रणनीति पर अमल कर रहा है। इस मौके पर जिला समन्वयक सौरभ सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अंजू पांडेय आदि मौजूद रही।
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