Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़cabins were given on hourly basis in the cafe 3 boys took the student and gang raped her

कैफे में घंटों के हिसाब से दिए जाते थे केबिन, छात्रा को ले जाकर 3 लड़कों ने किया गैंगरेप

  • पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए हैं। कोर्ट में भी उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे। कैफे संचालक को नोटिस दिया गया है। उसका CCTV पुलिस को खराब मिला है। जांच में पता चला है कि कैफे में बने केबिन घंटों के हिसाब से दिए जाते थे।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, आगरा। हिन्‍दुस्‍तानMon, 18 Nov 2024 09:10 AM
share Share

Gang rape in cafe: आगरा सदर बाजार स्थित एक कैफे में छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। तीन युवक स्‍कूल जाते समय छात्रा को रोककर फुसलाकर से कैफे में ले गए और वहां इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए हैं। कोर्ट में भी उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे। कैफे संचालक को नोटिस दिया गया है। उसका सीसीटीवी पुलिस को खराब मिला है। जांच में पता चला है कि कैफे में बने केबिन घंटों के हिसाब से दिए जाते थे।

घटना 11 नवंबर को हुई थी। 14 नवंबर को पीड़िता के पिता ने मुकदमा लिखाया। पुलिस को बताया कि बेटी स्कूल जा रही थी। नगला जस्सा, कृष्णा विहार निवासी यशपाल बेटी को मिला। उसे बातों में फंसा लिया। यशपाल के साथ उसके दोस्त अरुण और प्रवीन भी थे। तीनों बेटी को बहाने से अपने साथ ले गए। उसके साथ दुराचार किया। वीडियो बना लिया। आरोपित यशपाल ने बेटी को फोन करके उससे एक हजार रुपये मांगे। बेटी ने रुपये देने से इनकार कर दिया। आरोपित ने बेटी के वीडियो वायरल कर दिए। वीडियो वायरल के बाद उन्हें घटना की जानकारी हुई। बेटी से पूछा तो वह रोने लगी। बोली दहशत में थी। कई बार लगा कि खुदकुशी कर ले। जीने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी। यशपाल ने उसके साथ धोखा किया है।

इंस्पेक्टर सदर प्रदीप कुमार ने बताया कि तहरीर पर मुकदमा लिखा गया। पीड़िता ने घटना का एक होटल में कारित किया जाना बताया था। जब उसके बयानों के आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि घटना सदर के सौदागर लाइन चौकी क्षेत्र स्थित एक कैफे में हुई है। विवेचक कैफे पर गए थे।

होटल, होम स्टे और अब कैफे भी

ताजनगरी में होटल, होम स्टे ही नहीं अब तो कैफे का प्रयोग भी गलत काम के लिए होने लगा है। हालांकि पूर्व में भी ऐसे कैफे पकड़े जा चुके हैं जहां केबिन बने हुए थे। घंटों के हिसाब से किराए पर दिए जाते थे। युवक बुरी नीयत से ही युवतियों को ऐसी जगह लेकर जाया करते थे। संजय प्लेस में ऐसे कैफे पकड़े भी गए थे। यह कैफे सदर बाजार में संचालित हो रहा है। ऐसे कई कैफे हैं। सवाल यह उठता है कि प्राइवेट पार्टी के नाम पर तैयार किए गए इन केबिन में सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं। केबिन में पर्दे क्यों लगे हैं। कुछ जगह तो सोफ कम बेड लगाए गए हैं।

अगला लेखऐप पर पढ़ें