बोले बुलंदशहर: शास्त्रीनगर : तारों का बिछा जाल, सड़कें हैं खस्ताहाल
Bulandsehar News - शास्त्रीनगर कॉलोनी में सड़कें जर्जर हैं और जलभराव की समस्या आम है। हाईटेंशन लाइन के कारण हादसे होते हैं, और आवारा पशुओं का आतंक लोगों को परेशान कर रहा है। नगर पालिका से विकास कार्यों की मांग की जा रही...

नगर पालिका के वार्ड संख्या-19 शास्त्रीनगर कॉलोनी में सुविधाओं के नाम पर सिर्फ जर्जर सड़कें, उफनते नालें ही हिस्से आए हैं। सफाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति होती है। बिन बरसात यहां जलभराव की समस्या आम बात हो जाती है। जर्जर सड़कों पर डाले गए मलबों की चपेट में आकर आए दिन राहगीर भी घायल हो जाते हैं। इसके अलावा मोहनकुटी और राम विहार से होकर गुजर रही हाईटेंशन लाइन धरपा बिजलीघर तक जाती है, जिसकी वजह से कई बार यहां हादसे हो चुके हैं। लोगों की लाइन शिफ्टिंग की मांग काफी पुरानी है। साथ ही इस कॉलोनी के लोग आवारा पशुओं कुत्ते और बंदरों के उत्पात से भी आजिज आ चुके हैं। करीब 30 साल पुरानी शास्त्रीनगर कॉलोनी में कुछ वर्षों पहले काफी विकास कार्य हुए, जिसमें मुख्यत: मामन रोड के सीमेंटेड होना था। इस सड़क के बनने से लोगों को आस जागी थी कि अब कॉलोनी की प्रत्येक गलियां और नालियों को पक्के करने का काम किया जाएगा। लेकिन, धीरे-धीरे जैसे समय बीतता गया, वैसे ही लोगों की उम्मीद विकास नहीं होने पर टूटती गई। इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों का सबसे बड़ा दुख घरों के ऊपर से गुजर रही 33 हजार की हाईटेंशन लाइन का शिफ्ट नहीं होना है। लोगों का कहना था कि जब कॉलोनी को विकसित किया गया था तो एक हाईटेंशन की लाइन गुजर रही थी। इस लाइन को जब शिफ्ट करने के लिए पत्राचार किया गया, तो ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने इस लाइन से चंद ही दूरी पर दूसरी हाईटेंशन लाइन को बिछा दिया। धीरे-धीरे यहां पर मकान बने तो मानों हादसों का खतरा दिनभर लगा रहता है। लोग अपनी छतों पर कपड़े आदि भी नहीं सुखा पाते हैं।
हालांकि पुरानी लाइन को बंद कर दिया गया है, लेकिन नई लाइन को बंद नहीं करने से यहां पर कई बार हादसे हो चुके हैं। कई लोग करंट की चपेट में आकर झुलस गए हैं। लोगों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराते हुए घरों के ऊपर से गुजर रही लाइन को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की बात कही, लेकिन अधिकारियों ने इस समस्या की ओर कोई ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। अब तो लोग डर के साये में ही जीवन यापन करने को मजबूर हैं। घरों में छोटे-छोटे बच्चों को छत पर नहीं जाने दिया जाता। क्योंकि पता नहीं कब हादसा हो जाए।
कॉलोनी के बाशिंदों का कहना था कि शास्त्रीनगर में यही एक समस्या नहीं है। इसके अलावा मोहल्ले से जो नाला होकर गुजर रहा है। बरसात के दिनों में यह ओवरफ्लो हो जाता है। जिस वजह से यहां पर जलभराव हो जाता है। गंदे पानी से निकलकर स्कूली बच्चों को आना-जाना पड़ता है। जलभराव में वाहन चालक फंस जाते हैं। जिससे कभी-कभी हादसे हो जाते हैं। नालियों को पक्का बनाना चाहिए, ताकि पानी ओवरफ्लो होकर बाहर सड़क पर ना फैले। जल्द से जल्द नगर पालिका के अधिकारियों को कालोनी में व्याप्त समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। ताकि लोगों को सुविधा प्राप्त हो सकें।
-------
आवारा पशु और बंदरों से मिलनी चाहिए निजात
शास्त्रीनगर के लोगों का कहना था कि कॉलोनी के आसपास तीन अन्य मोहल्ले स्थापित हैं। तीनों ही मोहल्लों में घनी आबादी निवास करती है। यहां आवारा पशु और बंदरों का खौफ है। बंदरों को यदि मकान खुला मिल जाता है तो घर का सामान बर्बाद कर देते हैं। कुछ दिनों पहले नगर पालिका ने बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया था, तो लोगों को काफी सुकून मिला था, लेकिन अब यह अभियान बंद होने के बाद से फिर एकबार बंदरों का मोहल्ले में जमावड़ा लग गया है। सड़क पर आवारा पशुओं के चलने और बंदरों के डेरा जमाए रहने से लोगों का पैदल चलना भी दूभर हो जाता है।
सोलर लाइट बनी शोपीस
शास्त्रीनगर को जाने वाले मुख्य मार्ग पर एक सोलर लाइट लगाई गई थी। कुछ दिनों तक लाइट ठीक प्रकार से जली, लेकिन काफी समय बीतने के बाद यह महज शोपीस बनकर रह गई है। रात के समय इस मार्ग पर अंधेरा छाए रहने से यह पता नहीं लग पाता कि कौन आ रहा है और कौन जा रहा है। ऐसे में इस लाइट को ठीक करना चाहिए। ताकि रात के समय आफिस से आने-जाने वाली महिलाओं और युवतियों को असुरक्षा का भाव पैदा नहीं हो। पथ प्रकाश की व्यवस्था बेहतर होगी तो असमाजिक तत्वों का जमावड़ा भी नहीं होगा। अंधेरे में तो यह भी पता नहीं होता कि गली के बाहर कौन शख्स खड़ा है। ऐसे में यदि आवारा पशु टक्कर मार दें तो लोगों के घायल होने का भी खतरा बना रहता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए पार्क भी नहीं
शास्त्रीनगर में बच्चों और बुजुर्गों के लिए पार्क की कोई व्यवस्था नहीं है। 30 साल पहले जब यहां पर प्लाटिंग की तो पार्क के लिए कोई जमीन नहीं सुरक्षित नहीं रखी। वरिष्ठ नागरिकों के लिए उठने-बैठने के लिए भी यहां पर कोई पर्याप्त सुविधा नहीं है। इसके अलावा नन्हें-मुन्ने बच्चे सड़कों पर ही खेलते हुए दिखाई देते हैं।
---------
क्या कहते हैं लोग
शास्त्रीनगर में घरों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन का हटना बेहद आवश्यक है। इसके लिए मंत्री और जनप्रतिनिधियों से मिलने की योजना बना रहे हैं। यदि इस समस्या का समाधान हो गया तो यहां की हजारों की आबादी को काफी राहत मिल जाएगी।
-कुलदीप चौधरी
मुख्य मार्ग को छोड़ शेष गलियों में सड़कों की स्थिति काफी खराब है। जिन्हें ठीक कराने के लिए कई बार पत्राचार हो चुका है। उसके बाद भी अभी तक सड़कों की दशा नहीं सुधरी।
-दिलशाद
पथप्रकाश की व्यवस्था बेहतर नहीं होने से दिक्कत होती है। मुख्य मार्ग पर एक सोलर लाइट लगाई गई थी। कुछ दिनों तक लाइट ठीक प्रकार से जली, लेकिन काफी समय बीतने के बाद यह महज शोपीस बनकर रह गई है। इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए।
-राज
कॉलोनी के पास से गुजर रहे नाले की वजह से जलभराव की स्थिति रहती है। जिस कारण लोगों को आवागमन में काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
-हरीश
आवारा पशुओं कुत्तों और बंदरों का आंतक है। आए दिन इनके हमलों से कोई न कोई घायल होता रहता है। कुछ दिनों पहले नगर पालिका ने बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया था, तो लोगों को काफी सुकून मिला था। फिर से उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाना जरूरी है।
-सुशीला
कॉलोनी से दो हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। एक तो काफी प्रयास के बाद बंद हो गई, लेकिन अभी तक दूसरी लाइन के शिफ्ट नहीं होने से हादसों का दिनभर खतरा बना रहता है। अधिकारियों की जनशिकायतों पर ध्यान देना चाहिए।
-अजयवीर खदाना
राम विहार की सड़क जगह-जगह से उखड़ी पड़ी हैं। बरसात के दिनों में यहां पर जलभराव और कीचड़ फैलने से अक्सर फिसलन हो जाती है। पैदल आनजाने वाले लोग और वाहन सवार गिरकर चोटिल होते रहते हैं। इससे निजात मिलनी चाहिए।
-प्रकाशी
मोहल्ले में काफी संख्या में प्लाट अभी भी खाली पड़े हैं, जिनमें अक्सर लोग गंदगी फेंक देते हैं। इससे आसपास के मकानों में रहने वाले लोगों को असुविधा होती है।
-जलज गोस्वामी
बंदरों की संख्या मोहल्ला शास्त्रीनगर में अधिक है। यहां पर हजारों की आबादी निवास करती है। आए दिन बंदरों का झुंड किसी न किसी पर हमला कर उन्हें जख्मी कर रहा है। इस जटिल समस्या का समाधान जरूरी है।
-शकुंतला शर्मा
साफ-सफाई की व्यवस्था और बेहतर हो सकती है। इसके लिए नगर पालिका के अधिकारियों को मोहल्लों में सफाई कर्मियों की संख्या को बढ़ाना चाहिए। जिससे संक्रमित बीमारियों से बचाव हो सके।
-योगेश देवी
राम विहार की गली में काफी हिस्सा सड़क बनने से रह गया है। अभी तक इसके नहीं बनने के कारण लोगों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। मलबों के कारण आए दिन यहां हादसे होते रहते हैं।
-बीना शर्मा
कॉलोनी में कुछ गलियों में बिजली के खंभे नहीं लग सके हैं। ऐसे में बल्लियों के सहारे तार घरों तक पहुंच रहे हैं। जिससे काफी असुविधा हो रही है।
-नेहा वर्मा
मोहल्ले में सीवर लाइन बिछाने के बाद यहां पर सड़क उबड़-खाबड़ हो गई हैं। सड़कों की मरम्मत कार्य होनी चाहिए। ताकि वाहन चालक दुर्घटना का शिकार ना हो।
-सुंदर लाल
नालों में अक्सर गंदगी रहती है। जो काफी समय तक भी साफ नहीं हो पाती। कर्मचारी महज खानापूर्ति करने के बाद वापस लौट जाते हैं।
-गौरव
घरों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की वजह से दिक्कत होती है। बरसात के दिनों में घरों में भी करंट उतर आता है।
-सौरभ
सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ने से हमारा शहर भी स्वच्छ और सुंदर बन सकता है। इसलिए अधिकारियों को सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।
-प्रवीन
---
सुझाव:::
1.घरों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाना चाहिए।
2.जिन-जिन गलियों में सड़कों की स्थिति जर्जर हैं, वहां पर निरीक्षण कराकर कमियों को दूर करना चाहिए।
3.आवारा पशु और बंदरों को पकड़ने का अभियान चलना चाहिए। ताकि लोगों को सहूलियत मिल सके।
4.कालोनी के आसपास बनी अन्य कालोनियों को भी नगर पालिका को अपने अधिकार क्षेत्र में शामिल करना चाहिए।
5.जो सोलर लाइट बंद पड़ी हैं, उसे जल्द से सुचारू कराया जाए। ताकि कालोनी में पथ प्रकाश की व्यवस्था बेहतर हो।
शिकायत:::::
1.घरों के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन को हटाना चाहिए।
2.नालों में बहने वाली गंदगी को समय रहते ही साफ करना चाहिए।
3.बंद पड़ी सोलर लाइट के चालू होने से रात के समय भी लोगों का आवागमन रहेगा।
4.आवारा पशुओं और बंदरों की समस्या का हल निकलना चाहिए।
5.जर्जर सड़क मार्गों पर पेंचवर्क या उनका दोबारा से निर्माण होना चाहिए।
----
क्या कहती हैं सभासद
मोहल्ले में जो सोलर लाइट लगी है, वह विधायक निधि के माध्यम से लगी है। इसके अलावा नगर पालिका में सीवर लाइन ठीक कराने, पानी का प्रेशर ठीक कराने के लिए अधिकारियों से पत्राचार किया गया है। उम्मीद है कि वार्ड हित की जो भी समस्याएं हैं, जल्द से जल्द उनका निस्तारण हो।
शशि वर्मा, सभासद, वार्ड-19
--
कोट::::
शास्त्रीनगर की बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट को जल्द ही ठीक कराया जाएगा। बंदरों को पकड़ने के लिए टेंडर निकाला गया था। थोड़े ही दिनों में अभियान चलाकर शहरवासियों को राहत दिलाने की कोशिश रहेगी। राम विहार का इलाका नगर पालिका के क्षेत्र में नहीं आता है।
दीप्ति मित्तल, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, बुलंदशहर
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।