आरटीई की बेसिक में प्रवेश प्रक्रिया की तैयारी शुरू
बुलंदशहर में आरटीई में छात्रों के प्रवेश दिसंबर 2023 से समय पर शुरू होंगे। शासन ने आदेश जारी किया है कि यह प्रक्रिया दिसंबर से मार्च तक पूरी की जाएगी। पिछले वर्ष 4000 से अधिक छात्रों का प्रवेश हुआ था।...
बुलंदशहर। आरटीई में होने वाले छात्रों के प्रवेश इस बार समय से शुरू हो जाएंगे। दिसंबर माह में छात्रों के आवेदन शुरू हो जाएंगे और इसके लिए विभाग द्वारा तैयारियों को शुरू कर दिया गया है। शासन ने प्रवेश प्रक्रिया दिसंबर से लेकर मार्च तक पूर्ण करने का आदेश जारी किया है। गत वर्ष जिले में चार हजार से अधिक छात्रों के प्रवेश विभाग ने स्कूलों में कराए थे। ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए पोर्टल में खामियों को समय से सुधार लिया जाएगा। पहले मई और जुलाई में जाकर प्रवेश पूर्ण होते थे। इस बार छात्रों की पढ़ाई का नुकसान नहीं होगा। आरटीई के तहत दुर्बल आय वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटों पर कक्षा एक और प्री प्राइमरी कक्षाओं में निशुल्क प्रवेश दिया जाता है। इसमें बच्चों की फीस और स्टेशनरी सहित अन्य सभी खर्चा सरकार द्वारा वहन किया जाता है। स्कूलों को 400 रुपये प्रतिमाह फीस दी जाती है और पांच हजार रुपये स्टेशनरी व ड्रेस के लिए दिए जाते हैं। प्रवेश प्रक्रिया चार चरणों में होती है। पहला चरण 20 जनवरी से 18 फरवरी तक, दूसरा एक मार्च से 30 मार्च तक, तीसरा 15 अप्रैल से आठ मई तक और चौथा एक जून से 20 जून तक होता था। अंतिम चरण के प्रवेश सात जुलाई तक होते थे। ऐसे में तीसरे और चौथे चरण के छात्रों का जब तक प्रवेश होता था, तब तक पढ़ाई शुरू हो चुकी होती थी। मगर इस बार सत्र 2025-26 के लिए शासन ने आरटीई में होने वाली पूरी प्रवेश प्रकि्रया की व्यवस्था में बदलाव कर दिया है। बीएसए ने बताया कि पहले चरण के आवेदन एक दिसंबर से 19 दिसंबर तक, दूसरे चरण के एक जनवरी से 19 जनवरी तक, तीसरे चरण के एक फरवरी से 19 फरवरी तक और चौथे चरण के एक मार्च से 19 मार्च तक होंगे। पहले चरण के छात्रों को 27 दिसंबर तक, दूसरे चरण के 27 जनवरी तक, तीसरे चरण के 27 फरवरी तक और चौथे चरण के 27 मार्च तक स्कूल आवंटन हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने 31 मार्च तक प्रवेश कराकर बच्चों का पूरा डाटा पोर्टल पर अपलोड करने के लिए आदेश दिए हैं।
-----
कोट---
आरटीई में प्रवेश प्रकि्रया दिसंबर माह में शुरू हो जाएगी। शासन से इसके लिए आदेश आ गए हैं। स्कूलों में 25 फीसदी सीटें रिक्त हैं। शासन की गाइड लाइन के अनुसार जिले में बच्चों के प्रवेश होंगे। बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
-डा. लक्ष्मीकांत पांडे्य, बीएसए
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।