ड्राइविंग लाइसेंस के रिन्यूवल में मेडिकल का रूकेगा फर्जीवाड़ा
Bulandsehar News - ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) के रिन्यूवल में मेडिकल फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब डॉक्टरों को अपनी आईडी परिवहन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। यह प्रक्रिया पहले से थी लेकिन प्रभावी नहीं थी। इससे...
ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) रिन्यूवल में मेडिकल के फर्जीवाड़ा पर अब रोक लगेगी। डॉक्टरों द्वारा मेडिकल के बाद अपनी आईडी परिवहन विभाग की बेवसाइट पर अपलोड करना होगा। हालांकि यह प्रक्रिया पहले से ही थी, लेकिन यह प्रभावी नहीं हो सकी थी। अब इस व्यवस्था को जल्द शुरु किया जाएगा। फर्जीवाड़े के खेल को रोकने के लिए अफसरों ने तैयारी शुरु कर दी है। डीएल बनवाने और नवीनीकरण आदि में मेडिकल प्रमाण पत्रों का फर्जीवाड़ा किया जाता है। अधिकांश तौर पर दलाल अपने पास मुहर बनवाकर रखते हैं। वहीं फर्जी मेडिकल तैयार कर रिन्यूवल करा देते हैं। इसके चलते कई बार अनफिट लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस भी बन जाता है, लेकिन अब ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल करने के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मैनुअल जमा नहीं कराया जाएगा। अब प्रमाण पत्र जारी करने वाले डॉक्टर ही परिवहन विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन अपलोड करेंगे। उसके बाद ही लाइसेंस का रिन्यूअल किया जा सकेगा। यह व्यवस्था जल्द ही शुरु कर दी जाएगी। आरआई हारून सैफी ने बताया कि यह व्यवस्था पहले से ही थी, लेकिन टेक्निकल कमी के चलते यह प्रभावी नहीं हो सकी, लेकिन अब फिर इस व्यवस्था को शुरु किया जाएगा। इसको लेकर तैयारी की जा रही है।
- हादसों में आएगी कमी
शासन ने हादसों में कमी लाने के लिए इस व्यवस्था को प्रभावी करने के लिए कहा है। मेडिकल का फर्जीवाड़ा बंद होने के बाद अनफिट लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पाएगा। इससे काफी हद तक हादसे कम होंगे।
कोट--
मेडिकल को ऑनलाइन अपलोड करने की व्यवस्था काफी पहले शुरु की गई थी, लेकिन टेक्निकल कमी के चलते यह लागू नहीं हो सकेगी। अब यह व्यवस्था फिर प्रभावी होगी।
- सतीश कुमार, एआरटीओ प्रशासन
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