हाईस्कूल विज्ञान विषय में पकड़ा गया मुन्नाभाई, दो खिलाफ एफआईआर दर्ज
Bulandsehar News - जिले में यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में एक हाईस्कूल छात्र को फर्जी छात्र के रूप में परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। यह छात्र पंजीकृत छात्र का रिश्तेदार था। मामले की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की और दोनों...

जिले में यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में मंगलवार को हाईस्कूल में मुन्नाभाई को दूसरे छात्र की परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है। दोनों छात्र आपस में रिश्तेदार हैं। हाईस्कूल विज्ञान विषय में यह फर्जी छात्र पकड़ा गया है। फर्जी छात्र की पकड़ होते ही केंद्र में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में मौके पर पुलिस बल पहुंच गया। सूचना मिलते ही डीआईओएस केंद्र पर पहुंचे और केंद्र व्यवस्थापक को तत्काल नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए। मामले में दोनों छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। जिले में 110 केंद्रों पर हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं चल रही हैं। मंगलवार को पहली पाली में केंद्रों पर हाईस्कूल गणित विषय का पेपर था। परीक्षाओं में सिकंदराबाद तहसील के ककोड़ स्थित इंटरमीडिएट कॉलेज ककोड़ को केंद्र बनाया गया है। केंद्र पर जिले के एक हायर सैकेंड्री स्कूल के छात्र का सेंटर था। परीक्षार्थियों की सघन चेकिंग के बाद उन्हें केंद्र प्रवेश दिया गया मगर जब पेपर शुरू हुआ और फोटो व हस्ताक्षर मिलान का नंबर आया तो कक्ष निरीक्षक को कुछ शक हुआ और उसने संबंधित पंजीकृत छात्र के दस्तोवजों की जांच की तो पाया गया कि पंजीकृत छात्र के स्थान पर उसका परिचित छात्र परीक्षा दे रहा था। छात्र ने कुछ सवाल भी हल कर लिए थे। कक्ष निरीक्षक ने इसकी सूचना तत्काल केंद्र व्यवस्थापक को दी, तो हड़कंप मच गया। पुलिस बुला ली गई। पूछताछ में पकड़े गए छात्र ने बताया कि वह अपने परिचित का पेपर देने के लिए आया था। डीआईओएस विनय कुमार भी केंद्र पर पहुंचे और उन्होंने इसके बारे में केंद्र व्यवस्थापक से जानकारी ली। बताया गया कि केंद्र व्यवस्थापक की तहरीर के आधार पर दोनों छात्रों के खिलाफ ककोड़ थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों ही छात्र नाबालिग है और सीडब्ल्यूसी को भी इसके बारे में अवगत कराया गया है। बता दें कि जिले में चल रही परीक्षाओं में यह पहला मामला पकड़ में आया है। फिलहाल केंद्रों पर पूरी तरह से अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
----
कक्षा 11 का छात्र है नाबालिग
पंजीकृत छात्र के स्थान पर परीक्षा दे रहा छात्र उसका का रिश्तेदार बताया जा रहा है और वह कक्षा 11वीं का छात्र है। छात्र को विज्ञान के पेपर में फेल होने का डर था तो उसने अपने परिचित से बात की तो वह उसका पेपर देने के लिए तैयार हो गया। प्रवेश पत्र पर भी छात्र का फोटो लगा बताया जा रहा है। किसी तरह वह केंद्र में प्रवेश कर गया और परीक्षा देने के लिए बैठ गया। बोर्ड ने भी प्रवेश पत्रों पर क्यूआर कोड लगा रखे हैं स्कैन करते ही परीक्षार्थी का पूरा डाटा आ जाता है। इसके अलावा बोर्ड से जो परीक्षार्थी के मिलान की सीट आती है उस पर भी परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी के हस्ताक्षर कराए जाते हैं। कक्ष निरीक्षक ने जब मिलान किया फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। डीआईओएस ने बताया कि मामले में बोर्ड की नियमावली के अनुसार दोनों परीक्षार्थियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। बोर्ड को पूरे प्रकरण में रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है।
कोट---
पहली पाली में मामला यह संज्ञान में आया था। दोनों परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। विज्ञान विषय की परीक्षा फर्जी छात्र दे रहा था। उत्तर पुस्तिका को सीज कर दिया गया है। केंद्र व्यवस्थापक परीक्षार्थियों पर पूरी नजर रखें। परीक्षाओं को पूरी तरह से नकलवहीन कराया जाएगा।
-विनय कुमार, डीआईओएस
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।