बोले बुलंदशहर: योजना में खोट, समस्या से जूझ रहा बजरिया ऊपरकोट
Bulandsehar News - बजरिया ऊपरकोट मोहल्ले में सफाई, बंदरों का आतंक और जर्जर बुनियादी ढांचे की समस्याएं बढ़ रही हैं। यहां के निवासियों ने नगर पालिका अधिकारियों से इन मुद्दों का समाधान करने की मांग की है। समय पर सफाई न...
शहर की सबसे पुरानी आबादी में बजरिया ऊपरकोट आता है। इसमें वर्तमान में 40 हजार से अधिक लोग निवास कर रहे हैं, जबकि यहां पर वोटरों की संख्या भी 25 हजार से अधिक होगी। इस आबादी की सबसे बड़ी समस्या समय पर सफाई का नहीं होना है। गलियों में जगह-जगह पर कूड़ा फैला हुआ है। जिसे समय रहते नहीं उठाया जाता है। इसके अलावा इस मोहल्ले के बाशिंदों का सबसे बड़ा दर्द बंदरों का बढ़ता आतंक भी है। बुलंदशहर विकास के पथ पर आगे बढ़ने का काम कर रहा है। हालांकि अभी भी शहर के कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर विकास होने की दरकार है। यहां के लोगों की सबसे बड़ी समस्या नगर पालिका का सीमा विस्तार है। यदि शहर की सीमा का विस्तार हो जाएगा तो यहां पर वार्डों की संख्या बढ़ जाएगी। जिसके बाद शहर को भी नगर निगम का दर्जा मिल जाएगा। शहर की पुरानी आबादी में बजरिया उपरकोट मोहल्ला बसा हुआ है। यहां के लोगों ने बताया कि यह इलाका किले पर बना हुआ है। इसलिए यहां आने के लोगों को चढ़ाई करके आना पड़ता है। मोहल्ले में तंग गलियां भी हैं। ऐसे में कूड़ा गाड़ियां अक्सर गलियों में बेहद कम पहुंच पाती है। जिस वजह से मोहल्ले में समय से सफाई नहीं हो पाती।
मोहल्ले के लोगों ने बताया कि छोटी गलियां होने के कारण सफाई कर्मी हर मकान तक नहीं पहुंच पाते हैं। गलियों में जगह-जगह पर कूड़े के ढेर लगे होना इस बात का प्रमाण है। जब गलियों में कूड़े के ढेर लग जाते हैं तो लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। क्योंकि कूड़े के ढेर से उठती बदबू लोगों का जीना मुहाल कर देती है। कई बार नगर पालिका के अधिकारियों से इस समस्या के समाधान की मांग की जा चुकी है। लेकिन उसके बाद भी समस्या का हल नहीं हो पाता है। कई-कई दिनों तक गलियों में इसी प्रकार कूड़ा पड़ रहता है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
विद्युत पोल पर जर्जर तार से आए दिन दिक्कत : मोहल्ले के लोगों ने बताया कि विद्युत निगम के कर्मचारियों ने मोहल्ले में विद्युत पोल तो लगा दिए। इन पर तारों के बिछाने का भी काम हुआ, लेकिन वर्तमान में तारों की हालत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। जिस वजह से आए दिन कोई ना कोई हादसा होता रहता है। इन जर्जर तारों के नहीं बदलने से लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कई बार पावर कारपोरेशन के अधिकारियों से इस जटिल समस्या का समाधान कराने की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ। पोलों पर तारों का मकड़जाल शहर की खूबसूरती को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।
बंदरों की समस्या से भी मिलनी चाहिए निजात : मोहल्ले के लोगों ने बताया कि मोहल्ले में बंदरों का आंतक चरम पर है। स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बंदर कब किस घर में घुस जाए, यह पता नहीं। बंदरों के आंतक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यदि किसी व्यक्ति का मकान खुला रह गया तो बंदर घर में घुस जाते हैं। जिसके बाद बंदर घर में रखा सामान खुर्द-बुर्द कर देते हैं। इसलिए नगर पालिका के अधिकारियों को बंदरों को पकड़ने के लिए लंबे स्तर पर अभियान संचालित करना चाहिए। ताकि लोगों को असुविधा ना हो।
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लाइट है तो पानी नहीं
मोहल्ले के लोगों ने बताया कि मोहल्ले में इस प्रकार व्यवस्था है कि यदि मोहल्ले में बिजली आ रही है तो पानी नहीं आएगा। यदि पानी आ रहा है तो बिजली नहीं होगी। ऐसे में जो लोग पहली अथवा दूसरी मंजिल पर निवास करते हैं, उन्हें मोटर की मदद से पानी लेना पड़ता है। जिस वजह से लोगों को काफी असुविधा होती है। इसका प्रमुख कारण लोगों ने गिरते हुए भूजल को माना है। लोगों का कहना है कि किले पर मोहल्ला बसा होने के कारण जलस्तर काफी नीचे पहुंच गया है। इसलिए पानी की टंकियों में बहुत ही कम प्रेशर से पानी आता है। आने वाले गर्मियों के दिनों में इस समस्या से लोगों को काफी परेशानी झेलनी होगी।
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मकानों में आ रही है दरार
मोहल्ले के मुनीर अकबर ने बताया कि उनके मकान में दरार आ रही है। दरार आने का सबसे बड़ा कारण इस मोहल्ले का ऊंचाई पर बसना है। यदि किसी स्थान पर पानी जमीन में बैठ गया तो जहां पर मकान बना होगा, वहां पर दरार आने से लोगों में काफी दहशत रहती है। कई बार जिला प्रशासन और नगर पालिका के अधिकारियों से यहां का सर्वे करा लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई गई है। लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं निकल सका है। मोहल्ले में उनके मकान में ही दरार नहीं है, कई अन्य लोगों के मकानों में भी दरार आ चुकी है। ऐसे में लोगों को डर के साये में जीवन यापन करना पड़ रहा है।
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पथ प्रकाश की व्यवस्था है खराब
मोहल्ले के सोहराब कमाल ने बताया कि कहने को तो मोहल्ले में पथ प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाइट लगाई गई। अधिकांश स्थानों पर यह लाइट रात के समय जलती ही नहीं है। जिस वजह से मोहल्ले में रात के समय लोगों का पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। कई बार नगर पालिका के अधिकारियों से पथ प्रकाश की व्यवस्था बेहतर बनाने का अनुरोध किया गया। लेकिन अभी तक समस्या का कोई हल नहीं निकल सका। जिस वजह से रात के समय अक्सर लोगों को असुविधा होती है। कई-कई दिनों तक स्ट्रीट लाइट ठीक नहीं हो पाती है।
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मोहल्ले के लोगों का दर्द सुनिएं
मकानों में दरार आने की वजह से कई घरों के लोग दहशत के साए में जी रहे हैं। इस समस्या का समाधान नगर पालिका के अधिकारियों को जिला प्रशासन के अधिकारियों की मदद से निकालना चाहिए। ताकि मकानों में दरार नहीं आए।
-मुनीर अकबर
गलियों में कई-कई दिन बीतने के बाद भी सफाई नहीं होती है। जिस वजह से लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। मोहल्ले में सफाई कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाना चाहिए।
-शाहमुद्दीन
पहली और दूसरी मंजिल पर रहने वाले लोगों को पानी की उपलब्ध अच्छी नहीं है। बिना मोटरर के पानी ऊपर तक नहीं पहुंच पाता है। वाटर लेवल को सुधारने की कोशिश होनी चाहिए।
-सोहराब कमाल
आबादी के अनुसार यहां पर सफाई कर्मचारियों की बहुत कम संख्या है। जिस वजह से मोहल्ले में समय से सफाई नहीं हो पाती। इस समस्या का समाधान होना चाहिए।
-जाकिर
संकरी गलियों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां नहीं पहुंच पाती है। जिस वजह से कई-कई दिनों तक घरों में कूड़ा एकत्रित करना पड़ता है। हाथों से उठाने वाली ठेलियों को मोहल्ले में लगाना चाहिए।
-मोहम्मद इमरान
जगह-जगह से सड़कें उखड़ गई है। जिस वजह से हादसा होने का खतरा बना रहता है। इन सड़कों की समय पर मरम्मत होनी चाहिए। ताकि लोगों को असुविधा ना हो।
-मोहम्मद इमरान
बंदरों की समस्या से मोहल्ले के लोग परेशान है। बंदरों से निजात दिलाने के लिए इन्हें पकड़ा जाए। नगर पालिका के अधिकारियों को युद्धस्तर पर अभियान संचालित करना चाहिए।
-मोहम्मद नसीर
विद्युत पोलों पर जर्जर तारों का मकड़जाल बना हुआ है। कई शिकायतों के बाद भी ना तो जिला प्रशासन के अधिकारी और ना ही पावर कारपोरेशन के अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे हैं।
-लियाकत अली
जगह-जगह कूड़े ढेर होने से अक्सर बदबू का सामना करना पड़ता है। यदि समय से मोहल्ले में कूड़ा उठान की व्यवस्था होगी तो लोगों को काफी राहत मिलेगी।
-मोहम्मद तल्लहा
बंदर घर में घुसकर रसोई में रखा सामान लेकर छतों पर चढ़ जाते हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानियां होती हैं। बंदरों की समस्या से निजात मिलनी चाहिए।
-फकरे आलम
मोहल्ले में कई मकानों में दरार आ रही है। इसके अलावा मोहल्ले में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। मोहल्ले की समस्याओं का नगर पालिका के अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए।
-मोहम्मद आरिफ
जगह-जगह से सड़क उखड़ रही हैं। जिसकी वजह से लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है। इस समस्या का हल होना चाहिए।
-रिजीन
घरों तक शुद्ध पानी नहीं आ रहा है। कई घरों में दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। जिस वजह से लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बना है।
-उजैर
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सुझाव:
1.मोहल्ले में जिन-जिन गलियों में कूड़े के ढेर लगे हैं, उन्हें तत्काल साफ कराया जाए।
2.बंदरों से निजात दिलाने के लिए प्लानिंग बनाकर युद्धस्तर पर अभियान चलाया जाए।
3.मकानों में आने वाली दरारों को रोकने के लिए विशेषज्ञों की मदद लेकर कार्रवाई हो।
4.मोहल्ले में गंदगी को साफ करने के लिए सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
5.विद्युत पोलों पर लगे जर्जर तारों के मकड़जाल को खत्म किया जाए।
शिकायत:
1.जगह-जगह कूड़े के ढेर लगने से मोहल्लेवासियों को काफी दिक्कत।
2.बंदरों के हमले से परेशान लोग अक्सर घर का दरवाजा रखते हैं बंद।
3.मकानों में दरार आने की वजह से लोगों में दहशत का माहौल।
4.सफाई व्यवस्था को बेहतर रखने के लिए बढ़नी चाहिए कर्मचारियों की संख्या।
5.जर्जर तारों के मकड़जाल को खत्म करने का करना चाहिए समाधान
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कोट:
बजरिया उपरकोट के लोगों की समस्याओं का जल्द ही हल कराया जाएगा। साफ-सफाई के लिए नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है। बंदरों से निजात के लिए भी जल्द ही युद्धस्तर पर अभियान संचालित कराकर लोगों को राहत देने का काम किया जाएगा।
-दीप्ति मित्तल, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, बुलंदशहर
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