इन लोगों को हर महीने एक हजार रुपये देगी सरकार, सीधे खाते में जाएंगे पैसे, ये दस्तावेज होंगे जरूरी
- यूपी और केंद्र सरकार ने राहत भरी खबर दी है। सरकार ने टीबी मरीजों को 500 की जगह 1000 रुपये महीने देने का फैसला लिया है। ये पैसे हर महीने इने खाते में भेजे जाएंगे।
टीबी के मरीजों को बेहतर दवा और खानपान मिले और जल्द से जल्द टीबी से मरीजों को मुक्ति मिले इसके लिए केंद्र और यूपी सरकार ने एक और कदम उठाया है। मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये मिलते थे अब वह पांच सौ रुपये बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिये गये हैं। इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
जनपद में टीबी के मरीजों को केंद्र एवं यूपी सरकार ने राहत भरी खबर दी है। मरीज अगर टीबी ग्रस्त हो गए हैं और दवा किसी भी सरकारी अस्पताल से पंजीकृत होकर लेते हैं तो उनको सरकार की ओर से पौष्टिक भोजन (आहार) लेने को रुपया दोगुना दिया जायेगा। अब तक मरीज को प्रत्येक महीने पांच सौ रुपये दिये जाते थे अब मरीजों को एक हजार रुपये दिये जाएंगे। बतादें कि यह योजना नवंबर महीने से लागू हुई है इसलिए एक नवंबर से पंजीकृत मरीजों को ही एक हजार रुपये की धनराशि का लाभ मिलेगा। बाकी पुराने मरीजों को पांच सौ रुपये महीना ही लाभ मिलेगा। जानकारी के मुताबिक एक नवबंर तक जनपद में 7577 मरीज पंजीकृत थे उनको आगे भी पांच सौ रुपये महीने मिलेगा। एक नवंबर से अब तक करीब 720 मरीज नये पंजीकृत हुए हैं इनको एक हजार रुपये महीने के हिसाब से धनराशि मिलेगी।
एक साथ मिलेंगे तीन हजार
टीबी रोगियों को टीबी घोषित होने के बाद अब एक हजार रुपये महीने के हिसाब से पैसा मिलेंगे। नये पंजीकृत मरीजों के लिए अब एक साथ तीन हजार रुपये की धनराशि दी जायेगी। पहली बार में तीन हजार और दूसरी बार में तीन हजार रुपये दिये जाएंगे। इसके बाद तीसरी बार से एक-एक हजार रुपये महीने शुरू कर दिये जाएंगे।
निक्ष:य पोर्टल पर करायें पंजीकरण
टीबी मरीज को जैसे ही दिक्कत होती है और वह टीबी अस्पताल या सीएचसी, पीएचसी जाकर अपनी जांच कराता है। जांच रिपोर्ट में टीबी घोषित होती है और फिर मरीज की दबा शुरू होती है। इस दौरान टीबी के मरीज को पूरी दवा सारिणी के साथ-साथ युवक को आधार कार्ड से लैब एवं सीएचसी, पीएचसी पर पंजीकरण कराना पड़ता है। यह पंजीकरण निक्ष:य पोर्टल पर कराना होता है। इसके बाद टीबी मरीज को एक हजार रुपये का लाभ मिल जाएगा।
यह दस्तावेज जरूरी
- मरीज का आधार कार्ड।
- मरीज की बैंक पासबुक।
- मरीज की टीबी घोषित रिपोर्ट।
- मरीज को डाक्टर द्वारा लिखी गई दवा का पर्चा।
- मरीज का आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर।
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. विनेश कुमार ने बताया, शासन से टीबी के मरीजों को धनराशि बढ़ाई गई है लेकिन एक हजार धनराशि का लाभ नये पंजीकृत मरीजों को ही लाभ मिलेगा। अब तक नये करीब सात से अधिक मरीज पंजीकृत हुए हैं।