बेटे की अर्थी उठी तो चीखने लगी बूढी मां
Bijnor News - शेरकोट में एक 75 वर्षीय मां ने अपने जवान बेटे प्रमोद की अर्थी देखकर बिलखते हुए कहा कि अगर वह मेरी बात मान लेता तो आज मेरे पास होता। प्रमोद का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। उसकी चिता को उसके बड़े भाई ने...
शेरकोट। जवान बेटे की अर्थी घर से उठी तो 75 वर्षीय बूढ़ी मां बिलख उठी। बूढ़ी मां की चीख से हर किसी की आंख नम हो गई।बूढ़ी मां बार बार कह रही थी शायद प्रमोद मेरी बात मान लेता तो आज मेरा बेटा मेरे पास होता। पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार की शाम गांव पहुंचे प्रमोद के शव का अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में गांव में ही शमशान घाट पर कर दिया गया। मृतक की चिता को अग्नि उसके बड़े भाई ने दी। शव के घर पहुँचते ही गांव वालों की भीड़ उसके आवास पर एकत्रित हो गई। हर किसी की जुंबा पर बस एक ही बात थी कि हत्यारों ने अच्छा नहीं किया। बताया जाता है कि मृतक मिलनसार था और ग्रामवासियों के साथ मिलजुलकर रहता था। पांच बहन भाइयों में सबसे छोटा प्रमोद का शव जब गांव में पहुँचा तो बहने चीख उठी। वही 75 वर्षीय बूढ़ी मां जावित्री अपना होश खो बैठी और दहाड़े मार मार कर रोने लगी।माँ का बार बार यही कहना था कि ठंड होने के कारण वह उसे मंगलवार को धामपुर जाने से रोकती रही लेकिन उसने उस दिन एक न सुनी और ठंड के बाबजूद वह बाइक से चला गया।काश! वह मेरी बात सुन लेता तो शायद आज हमारे बीच होता।प्रमोद ही अपनी माँ के साथ रहता था जबकि उसके दो अन्य भाई अपने बीबी बच्चो संग रहते थे।बहनो की शादी हो चुकी है।जबकि प्रमोद अभी अविवाहित था।बतादें कि गांव नूरपुर छिबरी निवासी प्रमोद की बुधवार को धामपुर तहसील से अपहरण कर हत्या कर उसका शव थाना छजलैट के गांव इस्माईल पुर में 10 फिट गहरा गड्डा खोद कर दबा दिया था।पुलिस ने इस प्रकरण में तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर शव बरामद करते हुए हत्यारोपियों को जेल भेज दिया था।
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