बोले बिजनौर : जलभराव और टूटी सड़कों से बदहाल है कॉलोनी
Bijnor News - राधे-कृष्ण कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सड़कें टूटी हुई हैं, जल निकासी की व्यवस्था नहीं है, और सफाई कर्मचारी नियमित रूप से नहीं आते। कॉलोनी में स्ट्रीट...
गांव छोड़कर कॉलोनी में तो आ गए, लेकिन मिला वही धूल और टूटी सड़क। साल दर साल इंतजार किया, लेकिन परिणाम वही ढाक के तीन पात। कहने को तो कॉलोनी है मगर अव्यवस्थाओं का बोलवाला हावी है। न सड़क को लेकर दिल खुश हुआ और न ही नाली को लेकर मन प्रसन्न। राधे-कृष्ण कॉलोनी में रह रहे लोगों की न तो कालोनाइजर ने सुध ली और न ही अफसरों ने। परिसीमन के बाद नगर पालिका में शामिल होने के बावजूद भी कालोनी के लोगों को सुविधा की दरकार है। कालोनी के लोग इंतजार में हैं कि नगर पालिका सुध लेगी तो कालोनी के हालात सुधरेंगे। परिसीमन के बाद राधे-कृष्ण कॉलोनी नगर पालिका में शामिल तो हो गई, लेकिन कॉलोनी में प्रवेश करते ही मुख्य द्वारा टूटा पड़ा है। नगर पालिका में शामिल होने के बाद भी कालोनी की सूरत नहीं बदली। कालोनी में एक नहीं कई समस्याओं से कालोनीवासी लड़ रहे हैं। कॉलोनी के लोगों की सबसे बड़ी समस्या पक्की सड़क का न होना है। सड़क न बनने से कालोनी के लोग परेशान है। सड़क न बनने से धूल दर्द दे रही है। सड़क नहीं बनी तो नालियां भी नहीं बनी है। सड़क पर पानी भर रहा है। इतना ही नहीं कॉलोनी में जल निकासी नहीं है। जल निकासी की समस्या से कालोनीवासी हलकान है।
निशांत, मोहित शर्मा, सुरेश चौधरी, राजेन्द्र कुमार ने बताया कि पानी की निकासी नहीं होने से कालोनी का पानी एक जगह भर रहा है। गंदे पानी से बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है और किसी भी समय संक्रामक बीमारी लोगों को अपनी चपेट में ले सकती है। कालोनी के लोगों ने कहा कि जल निकासी बड़ी समस्या है और जलभराव कालोनी के लोगों की परेशानी का सबस बना है। नगर पालिका में शामिल होने के बाद सोचा था कि विकास होगा, लेकिन सफाई कर्मचारी तक कालोनी में सफाई करने नहीं आते हैं। रघुराज सिंह, रंजीत शर्मा, अंकित शर्मा ने बताया कि कालोनी में कई रास्तों में प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है।
कॉलोनी में अंधेरा रहता है। कई रास्तों पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। स्ट्रीट लाइट न होने से कालोनी में अंधेरा रहता है। कॉलोनी के लोगों ने कहा कि आवारा कुत्तों का भी आंतक है। नगर पालिका के अफसर इन आवारा कुत्तों को पकड़वाकर कहीं जंगल में छोड़े ताकि कॉलोनी के बच्चे और लोग सुरक्षित रह सकें। कॉलोनी के लोगों ने कहा कि यहां का मुख्य द्वार ही पिछले काफी समय से टूटा पड़ा है। इस पर किसी का ध्यान नहीं गया है। कॉलोनी के लोगों ने कहा कि नगर पालिका से कॉलोनी के लोगों के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। पाइप लाइन तो डाल दी गई लेकिन अभी कनेक्शन का कालोनीवासी इंतजार कर रहे हैं। नगर पालिका लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखें और साफ सफाई के लिए नियमित रूप से सफाई कर्मचारी को भेजे।
कॉलोनी में न कोई पार्क न ही मंदिर
कॉलोनी के लोगों ने कहा कि कालोनी में पार्क नहीं है। पार्क तो छोड़िए कोई मंदिर भी नहीं है। पार्क होना चाहिए था। पार्क होता तो कालोनी के बच्चे और कालोनी के लोग पार्क में बैठकर समय बिता सकते थे। इस समस्या पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
कॉलोनी के सौन्दर्यकरण पर नहीं हुआ काम
कॉलोनी के लोगों का कहना है कि कॉलोनी में समस्याओं का तो अंबार है बावजूद इसके कालोनी के सौन्दर्यकरण पर कोई काम नहीं हुआ। न तो कोई पौधा लगाया गया और नहीं किसी तरह का विकास हुआ। सभासद हो या नगर पालिका के अधिकारी कुछ करने को तैयार नहीं है। कॉलोनी के लोगों को उनके ही हालात पर छोड़ दिया गया है।
कॉलोनी में पीने के पानी के लिए नहीं हैं कोई नल
कॉलोनी के लोग एक नहीं कई समस्याओं से घिरे हैं। कॉलोनी में पीने के पानी के लिए कोई नल की व्यवस्था नहीं है। जबकि नल होने से लोगों को सुविधा ही मिलेगी। कॉलोनी के लोगों ने कहा कि नल होना चाहिए तथा कॉलोनी में बैंच आदि की व्यवस्था होनी चाहिए।
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सुझाव
कालोनी में सड़कों का निर्माण कराया जाए।
जल निकासी की उचित प्रबंध होना चाहिए।
कालोनी में जलभराव नहीं होना चाहिए।
रोशनी के लिए स्ट्रीट लाइट लगवाई जाए।
सड़क के साथ नालियों का निर्माण कराया जाए।
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शिकायतें
सड़क न बनने से हो रही परेशानी।
स्ट्रीट लाइट न होने से अंधेरे में रह रहे लोग।
सफाई कर्मचारी नियमित रूप से नहीं आते।
आवारा कुत्तों की भी समस्या झेल रहे कालोनीवासी।
सौन्दर्यकरण के नाम पर नहीं होता कोई काम
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बोले वार्ड-16 के लोग
कालोनी में सबसे बड़ी समस्या पक्की सड़क का न होना है। सड़कों को शीघ्र से शीघ्र बनवाया जाए। सड़क बनी तो कालोनी के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। - निशांत।
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नालियां न होने से सड़क पर पानी आ रहा है। इससे कालोनी के लोगों को परेशानी से दो चार होना पड़ रहा है। नालियों का निर्माण होना चाहिए। - मोहित शर्मा
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पानी की निकासी न होना बड़ी समस्या है। इससे एक जगह जलभराव हो रहा है और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। - अरविंद कुमार।
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कालोनी में स्ट्रीट लाइट नहीं है। स्ट्रीट लाइट न होने से रात में अंधेरे की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। अधिक से अधिक सभी रास्तों पर स्ट्रीट लाइट लगवाई जाए। - सुरेश चौधरी
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सुना है सड़कों का टेंडर हो गया है। कालोनी में शीघ्र से शीघ्र कालोनी के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सड़कों का निर्माण होना चाहिए। इससे बड़ी राहत मिलेगी। - रुपेश कुमार।
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कालोनी का मुख्य द्वार ही काफी लम्बे समय से टूटा पड़ा है। इस मुख्य द्वार को ठीक कराया जाए। कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। कालोनी का विकास होना चाहिए। - जागेश सिंह
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कालोनी में कू ड़ा उठाने के लिए गाड़ी तो आती है लेकिन सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। नगर पालिका सड़कों को बनवाए और नियमित रूप से सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए। - राजेन्द्र कुमार
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कालोनी में इंडिया मार्का हैंडपंप नहीं है। जिससे पेयजल के लिए लोगों को दूसरे साधनों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। इस पर ध्यान दिया जाए। - रघुराज सिंह
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कालोनी में कोई पार्क नहीं है। जिससे कालोनी के लोग ठहलने के लिए दूसरी जगहों पर जाते है। पार्क होना चाहिए। आवारा कुत्तों को भी पकड़ा जाए। - अंकित शर्मा।
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कालोनी में सुविधा का अभाव है। सौंदर्यकरण के नाम पर शून्य है। कालोनी का सौंदर्यकरण होना चाहिए। कालोनी पौधारोपण भी होना चाहिए। इससे पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा। - रंजीत शर्मा।
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कालोनी में नगर पालिका के पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। नगर पालिका पानी के कनेक्शन कराए ताकि कालोनी के लोगों को राहत मिले। कालोनी में बैंच लगवानी चाहिए। - तरूण शर्मा।
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सबसे बड़ी समस्या स्ट्रीट लाइट न होना है। नगर पालिका कालोनी के सभी रास्तों पर रोशनी के लिए स्ट्रीट लाइट लगवाए। इससे कालोनी के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। - ताजवीर सिंह
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राधे कृष्ण कॉलोनी के अंदर सड़क व नाली का निर्माण सम्भावित है। अत: पूरी कॉलोनी का एकसाथ लेवल करने की आवश्यकता है जिसका पालन नहीं किया जा रहा है। अत: नई सड़क निर्माण से पहले मुख्य नाले को ध्यान में रखकर गहरी व चौड़ी नाली सबसे पहले बननी चाहिए। - केडी आर्य।
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सबसे पहले पानी की निकासी का हल निकलना चाहिए। खाली प्लेट से घास और गंदगी साफ होनी चाहिए तथा टूटी सड़कों का निर्माण शीघ्र होना चाहिए। - विवेकानंद
कोट..
राधे कृष्ण कालोनी में कुछ सड़कें बनवाई गई हैं। पहले बसावट वाले इलाकों में रह रहे लोगों के लाभ को ध्यान में रखा गया है। आगे अभी सड़कों व नालियां बनाने की रूपरेखा तैयार हो रही है। -विकास कुमार, ईओ,नगरपालिका परिषद, बिजनौर
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