भाकियू का धरना एक्सईएन से वार्ता के बाद खत्म
किसानों का धरना, जो कि रामगंगा में सिल्ट की सफाई सहित अन्य मांगों को लेकर 25 अक्टूबर से चल रहा था, अधिशासी अभियंता मुरादाबाद के साथ लिखित वार्ता के बाद समाप्त हो गया। समझौते में प्राकृतिक आपदा न होने...
रामगंगा में जमी सिल्ट की सफाई सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों का पांच दिनों से चल रहा धरना अधिशासी अभियंता मुरादाबाद से हुई लिखित वार्ता के बाद समाप्त हो गया। बता दें कि विभिन्न मांगों को लेकर 25 अक्टूबर से शेरकोट स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय पर भाकियू के नेतृत्व में किसानों का धरना चल रहा था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों व किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हुई। फिर भी कोई सकारात्मक हल नहीं निकला। मंगलवार को अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड मुरादाबाद धरना स्थल पर पहुंचे। किसानों से वार्ता की। किसानों और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के बीच हुए लिखित समझौते के अनुसार यदि कोई प्राकृतिक आपदा नहीं आती है तो सुप्रीम कोर्ट के निर्णयनुसार सतत प्रवाह बनाने हेतु रामगंगा में 15 अक्टूबर से 16 जून तक केवल 140 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। इसके अलावा जिलाधिकारी बिजनौर की अनुमति पर रामगंगा नदी भूतपुरी पुल के ऊपर व नीचे की तरफ सर्वे व पैमाइश के उपरांत जमा सिल्ट हटाने हेतु परियोजना तैयार कर जरूरी कार्रवाई होगी। सिल्ट हटाने तक अनावश्यक पानी रामगंगा में नहीं छोड़ा जाएगा। वार्ता में सिंचाई विभाग की ओर से अधिशासी अभियंता आरपी सिंह, एसडीओ प्रतीक सिंह व जेई कमलेश कुमार तथा किसानों ब्लॉक अध्यक्ष अशोक कुमार, करण सिंह, रवनीश कुमार, राम सिंह, तिर्मल सिंह रहे।
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