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धामपुर: एक हजार सांपों की जान बचा चुका है दीपक

सांप ऐसा जीव है जिसे देखकर शरीर में कांपने लगता है। सामने यदि दुनिया का सबसे जहरीला और घातक किंग कोबरा हो तो डर से हाथ पैर फूल जाएं, लेकिन धामपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले कालागढ़ निवासी स्नेक...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरSun, 6 Sep 2020 10:34 PM
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सांप ऐसा जीव है जिसे देखकर शरीर में कांपने लगता है। सामने यदि दुनिया का सबसे जहरीला और घातक किंग कोबरा हो तो डर से हाथ पैर फूल जाएं, लेकिन धामपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले कालागढ़ निवासी स्नेक रेस्क्यूअर कुमार दीपक के लिए कोबरा तो छोड़िए किंग कोबरा तक को पकड़ना बाएं हाथ का खेल है। पिछले दस वर्ष के भीतर दीपक करीब एक हजार जहरीले सांपों को पकड़ उन्हें वनों में छोड़ चुका है।

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में काफी बड़ी संख्या में किंग कोबरा, कोबरा, पिट वाइपर, करेंत, रसेल वाइपर, कॉमन करेंत सहित कई अन्य जहरीले सांप हैं, लेकिन अक्सर ये सांप वनों से निकलकर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों, बस्तियों में घुस जाते हैं। कॉर्बेट प्रशासन ने कुमार दीपक को स्नेक रेस्क्यूअर के बतौर रखा हुआ है। दीपक बताते हैं कि पिछले दस वर्षों से वह सांपों को पकड़ वनों में सुरक्षित छोड़ने का काम कर रहा है। सांपों को पकड़ना आसान नहीं होता, विशेषकर तब जब सामने किंग कोबरा या फिर कोबरा हो। एक सांप को पकड़ने में कई घंटे लग जाते हैं। हिन्दुस्तान से अपने अनुभव साझा करते हुए कुमार दीपक कहते हैं कि वर्ष 2010 में रेस्क्यू के दौरान सांप ने उन्हें डस लिया था। शुरु में वह काफी घबरा गए लेकिन बाद में एंटी वेनम डोज ली। अधिकांश घरों में वाटर स्नेक, रेट स्नेक या फिर करेंत के काटे जाने के मामले प्रकाश में आते हैं। ये सांप अधिक जहरीले नहीं होते। सांप के काटे स्थान पर कट न मारें और न ही गोल बंध बांधे। तुरंत चिकित्सक के पास जाएं। तांत्रिकों के चक्कर में पड़कर जान को खतरा पैदा हो जाता है।

पशु प्रेम ने बना दिया वन्य जीव रेस्क्यूअर

कुमार दीपक ने मास कॉम किया है लेकिन बचपन से जंगली जानवरों और पशुओं से प्रेम था। बाल्यावस्था में ही डिस्कवरी और एनीमल प्लेनेट जैसे चैनलों पर तमाम जानवरों को देखना दीपक का शौक रहा है, लेकिन सांपों के प्रति आकर्षण शुरू से ही रहा। दीपक बताते हैं कि वर्तमान में वह कालागढ़ सब डिवीजन में वन्य जीव रेस्क्यूअर हैं। पढ़ाई लिखाई शुरू करने के बाद उन्होंने सांपों को पकड़ने का प्रशिक्षण रामनगर और देहरादून से प्राप्त किया है और अपने शौक को व्यवसाय बना लिया।

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