बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक गलन भरी सर्दी से बचने की हिदायत
Bijnor News - बिजनौर में ठंड के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। 11 बजे धूप निकलने के बाद मरीजों की कतारें लगीं। चिकित्सकों ने ठंड से बचने की सलाह दी है और न्यूमोनिया, अस्थमा, और वायरल...
बिजनौर। बुधवार की सुबह जहां घना कोहरा होने के कारण मेडिकल कालेज से सम्बद्ध जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बेहद कम रही, वहीं 11 बजे धूप निकलने के बाद मरीजों की कतार लगी नजर आई। हाई ग्रेड फीवर के साथ छाती में कफ जमने की कंप्लेन कॉमन है। न्यूमोनिया, विंटर डायरिया, अस्थमा, हार्ट अटैक से लेकर ब्रेन स्ट्रोक के भी मरीज आ रहे हैं। चिकित्सक गलन भरी ठंड से बचने की सलाह दे रहे हैं। मरीजों को देख रहे फिजीशियन डा. आरएस वर्मा ने बताया, कि ठंड लगने से पीड़ित काफी मरीज आ रहे हैं। बच्चों व बुजुर्गों को तो ठंड से अधिक खतरा है ही, युवाओं को भी एहतियात रखने की पूरी जरूरत है। उन्होंने इन दिनों न्यूमोनिया, विंटर डायरिया, अस्थमा, हार्ट अटैक से लेकर ब्रेन स्ट्रोक तक का खतरा बताया। डा. वर्मा के अनुसार बुधवार को भी करीब 11 बजे धूप निकलने के बाद मरीजों की संख्या यकायक बढ़ी, जिन्हें ओपीडी समय 2 बजे के बाद भी देर तक देखा गया। उधर दवा वितरण कक्ष के चारों काउंटरों पर मरीजों की कतार लगी दिखाई दी। ओपीडी में वायरल के साथ सांस फूलने और चेस्ट कंजेशन की शिकायत मरीजों में आम है। ठंड में थोड़ी भी लापरवाही बरतने पर लोग बीमार हो रहे हैं। ग्रेड फीवर के साथ छाती में कफ जमने की कंप्लेन कॉमन है। ठंडे पानी से नहाने, कोल्ड ड्रिंक पीने, मौसम के अनुकूल कपड़े न पहनने से छाती जम रही है। बैक्टीरिया पैदा होने से चेस्ट कंजेशन की स्थिति पैदा हो रही है और मरीजों को सांस लेने में मुश्किल आ रही है। इन दिक्कतों से करीब हर उम्र के लोग दो चार हो रहे हैं। निमोनिया के भी केस आ रहे हैं। छोटे और स्कूली बच्चों को भी ठंड अपनी जकड़ में ले रही है। इनमें बुखार के साथ उल्टी और दस्त व निमोनिया आदि के काफी मामले हैं। एंट्रोवायरस बुखार व उल्टी दस्त का कारण बन रहा है। यह पेट के साथ चेहरे पर भी इंफेक्शन परोसता है।
चढ़ती हुई ठंड से बचकर रहना जरूरी
डा. आरएस वर्मा व डा. अभिषेक चौधरी के अनुसार इन दिनों ठंड से बचकर रहना जरूरी है। मौसम के अनुकूल शरीर को पूरा ढंकने वाले गर्म कपड़े पहने। ठंडे पानी से नहाना बंद करें। तड़के बाहर न टहलें, धूप निकलने के बाद ही टहलें। बाहरी चीजों को खाने से बचें। वायरस से बचाव को हाथों की सफाई का ध्यान रखें। सर्दियों में बच्चे हों अथवा बुजुर्ग कोहरे में मॉर्निंग वॉक न करें। बुजुर्ग अपने ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखने पर ध्यान दें। घर पर ही नियमित व्यायाम करें। संतुलित आहार लेने से भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। छोटे बच्चों को इस ठंड में कहीं बाहर ले जाने से बचें, ले जाना पड़े तो उन्हें भलीभांति अनुकूल कपड़े पहनाएं।
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