Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बिजनौरAnti-Corruption Raid at BSA Office Fails to Trap Junior Assistant in Bribery Case

बीएसए कार्यालय पर एंटी करप्शन टीम का छापा

बीएसए कार्यालय के चपरासी सोनू ने कनिष्ठ सहायक राकेश पर रिश्वत का आरोप लगाते हुए एंटी करप्शन टीम को बुलाया। टीम ने छापा मारा, लेकिन राकेश फंसा नहीं। राकेश ने डीएम और एसपी से शिकायत की, जबकि सोनू ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरThu, 22 Aug 2024 10:48 PM
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बीएसए कार्यालय के चपरासी ने कार्यालय के ही बाबू द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत एंटी करप्शन टीम मुरादाबाद से की थी। चपरासी की शिकायत पर कनिष्ठ सहायक को रंगे हाथों पकड़ने को एंटी करप्शन टीम मुरादाबाद ने बीएसए कार्यालय पर छापा मारा, लेकिन बीएसए कार्यालय का कनिष्ठ सहायक राकेश ट्रेप नहीं हो पाया और टीम को बैरंग लौटना पड़ा। बीएसए कार्यालय में चपरासी सोनू ने कार्यालय के ही कनिष्ठ सहायक राकेश को रिश्वत लेने के आरोप में फंसाने के लिए जाल बिछाया। उन्होंने एंटी करप्शन मुरादाबाद से शिकायत की जिस पर गुरुवार सुबह करीब साढ़े दस बजे चपरासी की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने बीएसए कार्यालय पर छापा मारा।

चपरासी सोनू कुमार 10 हजार रुपये लेकर कनिष्क सहायक राकेश के कमरे में पहुंचे और उन्हें डाक के साथ पैसे देने चाहे। इस दौरान राकेश ने कोई पैसा उससे नहीं लिया। इस दौरान कनिष्क सहायक के कक्ष में वरिष्ठ बाबू वीरेन्द्र कुमार, बाबू प्रदीप कुमार, बीईओ डॉ. प्रभात सहित कुछ लोग बैठे थे। इतने में एंटी करप्शन टीम के सदस्य उनके कमरे में आए और फाइलों को खंगाला और चपरासी द्वारा लिए गए रुपये मांगे। टीम के एक सदस्य ने मोबाइल से फोटो लिए।

टीम द्वारा कनिष्क सहायक राकेश से पूछताछ के दौरान पास में खड़े चपरासी सोनू ने दोबारा एक बार फिर टीम के सदस्यों के सामने राकेश को रुपये देने का प्रयास किया। जिस पर राकेश ने टीम के सदस्यों से कहा कि यह मुझे झूठे रिश्वत के आरोप में फंसाना चाहता है। मुझे ट्रेप करना चाहता है। मैंने इससे कोई रिश्वत नहीं मांगी। अगर आप चाहे तो सीसीटीवी फुटेज देख सकते हैं। जिस पर एंटी करप्शन की टीम वापस लौट गई।

इसके उपरांत कनिष्क सहायक राकेश ने चपरासी सोनू की शिकायत एसपी अभिषेक झा और डीएम अंकित कुमार अग्रवाल से की। कनिष्क सहायक राकेश ने डीएम और एसपी से कहा कि कार्यालय का चपरासी सोनू ने मुझ पर झूठा रिश्वत का आरोप लगाया है और मुझे जान बूझ कर फंसाने के लिए एंटी करप्शन की टीम से शिकायत कर छापा लगवाया है।

मुझे फंसाने के लिए रुपये देने चाहे। मैंने कोई रिश्वत नहीं ली और न ही मांगी। कनिष्क सहायक राकेश ने चपरासी के खिलाफ कार्रवाई की मांग डीएम और एसपी से की है।

बोला बीएसए कार्यालय का चपरासी सोनू

कनिष्क बाबू राकेश मेरा तबादला अफजलगढ़ कराना चाहता है। जब उनसे ऐसा न करने के लिए कहा तो उन्होंने मुझसे 10 हजार रुपये रिश्वत मांगी। मना करने पर तबादला कराने की धमकी दी। इस पर ही उसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी। जिस पर टीम बीएसए कार्यालय पहुंची थी।

कोट...

एंटी करप्शन की टीम द्वारा बीएसए कार्यालय पर छापा मारने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। पता करके इस मामले की जांच कराई जाएंगी। - योगेंद्र कुमार, बीएसए बिजनौर।

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