बिजनौर ट्रिपल मर्डर: याकूब ने किया था संघर्ष, मंसूर के सीने में गड़ा मिला पेंचकस
बिजनौर में ट्रिपल मर्डरकांड से पुलिस महकमे के साथ-साथ क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया। तीनों के शव और घटनास्थल निर्ममता की गवाही दे रहा है कि बुजुर्ग दंपति और उनके बेटे की कैसे हत्या की गई है।
बिजनौर में तिहरे हत्याकांड से पुलिस महकमे के साथ-साथ क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया। तीनों के शव और घटनास्थल गवाही दे रहा है कि बुजुर्ग दंपति और उनके बेटे की निर्मम तरीके से हत्या की गई है। याकूब ने हत्या से पहले काफी देर तक संघर्ष भी किया था। उसका शव कमरे में कपड़ों के नीचे छिपाया गया था। वहीं मंसूर के सीने में पेंचकस गड़ा मिला। तिहरे हत्याकांड ने बिजनौर से लेकर लखनऊ तक के अफसरों को हिलाकर रख दिया है। हत्यारोपियों ने पति-पत्नी और उनके बेटे की हत्या काफी निर्ममता से की है। इसकी गवाही तीनों के शव और घटनास्थल दे रहा है।
पुलिस अफसरों के मुताबिक मंसूर और उसकी पत्नी का शव घर के बरामदे में नीचे पड़ा मिला, जबकि बेटे याकूब का शव एक कमरे में कपड़ों के नीचे छिपाया गया था। उसके गले को धारदार हथियार से काटा गया था, जबकि ईंट से भी कई वार किए गए थे। वहीं मंसूर के सीने में पेंचकस गड़ा मिला। पुलिस ने पेंचकस, चाकू और खून से सनी ईंट बरामद की है।
मुख्य टारगेट था याकूब
पुलिस के आला अधिकारियों की माने तो हत्यारोपियों का मुख्य टारगेट याकूब रहा होगा, क्योंकि उसके शरीर पर ईंट, चाकू और पेंचकस के कई वार मिले हैं। सबसे अधिक खून से लथपथ भी याकूब का ही शरीर था। पहचान होने के चलते हत्यारोपियों ने मंसूर और उसकी पत्नी की भी हत्या की होगी।
अंदर से बंद था मंसूर के घर का दरवाजा
पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह करीब आठ बजे मंसूर की मां हसीना घर पहुंची थी। जब आवाज लगाने के काफी देर तक भी दरवाजा नहीं खोला गया तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। सीओ सिटी संग्राम सिंह और प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने जब दरवाजा खोला तो शवों को देखकर हड़कंप मच गया था। अनुमान है कि हत्यारे दीवार फांदकर भीतर आए और गए।
घर से मिले चार मोबाइल
पुलिस को घर में चार मोबाइल मिले हैं। जिनमे से सिर्फ दो ही मोबाइल में सिम मिले हैं, जबकि दो मोबाइल बंद मिले हैं। पुलिस को घर से कई जोड़ी चप्पलें भी मिली हैं। इसके अलावा घर में कबाड़ के कई बोरे भी मिले हैं। क्योंकि मंसूर और याकूब कबाड़ का काम करते थे।
एडीजी और डीआईजी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा और डीआईजी मुरादाबाद मुनीराज भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने एसपी बिजनौर से घटना की जानकारी ली और दिशा निर्देश दिए। डीआईजी मुनीराज जी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। खुलासे के लिए सीओ सिटी, सीओ चांदपुर और कोतवाली नगर थाना प्रभारी समेत तीन थाना प्रभारियों को जांच के लिए लगाया गया है। एसओजी और सर्विलांस टीमें भी लगी हुई है।