यूपी के किसानों को बड़ी राहत, इस जिले में बनेगा सूबे का पहला बीज पार्क, योगी के मंत्री ने कर दी घोषणा
- यूपी सरकार ने किसानों केा बड़ी राहत दी है। योगी सरकार लखनऊ के अटारी में 200 एकड़ में सूबे का पहला बीज पार्क लगाएगी। सरकार की मंशा सूबे में कुल पांच बीज पार्क स्थापित करने की है।
यूपी सरकार ने किसानों केा बड़ी राहत दी है। योगी सरकार लखनऊ के अटारी में 200 एकड़ में सूबे का पहला बीज पार्क लगाएगी। सरकार की मंशा सूबे में कुल पांच बीज पार्क स्थापित करने की है। ये बीज पार्क वेस्टर्न जोन, तराई जोन, सेंट्रल जोन, बुंदेलखंड और ईस्टर्न जोन में पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे। योगी सरकार में कृष्ण मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इसकी घोषणा भी की। गोरखपुर के सर्किट हाउस सभागार में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री ने बताया कि यूपी में हर साल 50 लाख कुंतल बीज की जरूरत होती है।
30 लाख कुंतल बीज प्रदेश में ही उत्पादित होता है जबकि शेष 20 लाख कुंतल बाहर से मंगाते हैं। हाइब्रिड बीज उत्पादन सूबे में नहीं हो सकता। लिहाजा उसके लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता मजबूरी है। सरकार की कोशिश है कि किसानों को राज्य में ही उत्पादित बीज उपलब्ध कराया जाए। इससे दूसरे राज्यों पर बीज की निर्भरता खत्म होने के साथ उत्पादन में भी सुधार होगा। फिलहाल बीज पार्क के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) की प्रक्रिया चल रही है।
हर साल खर्च होते हैं 3000 करोड़ रुपये
प्रदेश सरकार को हर साल करीब 3000 करोड़ रुपये बाहर के बीज में खर्च करने पड़ते हैं। सभी फसलों के हाइब्रिड बीज तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से आते हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार गेहूं के 22 फीसदी, धान के 51 फीसदी, मक्का के 74 फीसदी, जौं के 95 फीसदी, दलहन के 50 फीसदी और तिलहन के 52 फीसदी बीज गैर राज्यों से आते हैं।
बीज पार्क से ये होंगे फायदे
बीज पार्क से सालाना 3000 करोड़ रुपये की बचत होगी। प्लांटवार अतिरिक्त निवेश मिलेगा। प्लांट से लेकर लॉजिस्टिक लोडिंग, अनलोडिंग, परिवहन में स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा. सीड रिप्लेसमेंट दर (एसएसआर) में सुधार दिखेगा। इस सब का उत्पादन में 15 से 20 फीसदी का इजाफा होगा।