यूपी में बड़ी लापरवाही: 365 मृतकों के खातों में पहुंचा दी गई एक करोड़ 22 लाख की पेंशन
- यूपी में सरकारी कर्मचारियों में मृतकों को भी पेंशन दिए जाने को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जनवरी 2025 तक 365 मृतकों के खातों में एक करोड़ 22 लाख रुपये की पेंशन चली गई। इससे पहले 2024 में भी ऐसा ही मामला उजा
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यूपी में सरकारी कर्मचारियों में मृतकों को भी पेंशन दिए जाने को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जनवरी 2025 तक 365 मृतकों के खातों में एक करोड़ 22 लाख रुपये की पेंशन चली गई। इससे पहले 2024 में भी ऐसा ही मामला उजागर हुआ था, जब 400 से ज्यादा मृतकों के खातों में पेंशन के 62 लाख रुपये पहुंचे थे। अच्छी बात यह रही कि परिजनों ने इस पैसे को निकालकर खर्च नहीं किया।
अधिकारियों का कहना है कि मृतक होने की सूचना देने में देरी के चलते ये मामले सामने आते हैं, लेकिन खातों से पैसे निकालने और खर्च करने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी यह लापरवाही प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। कर्मचारियों की इस लापरवाही से विभाग में हड़कंप मचा है। इससे पहले 2024 में ऐसे 419 मामलों का खुलासा हुआ था, जिसमें करीब 62 लाख रुपये मृतक पेंशनरों के खातों में पहुंचे थे। जबकि इस साल जनवरी 2025 तक 365 मामले सामने आए हैं। इनको करीब एक करोड़ 22 लाख रुपये की पेंशन जारी हुई है। पेंशन खातों की नियमित जांच के दौरान इन गड़बड़ियों का पता चला।
कोषागार ने जांच शुरू करते हुए मृतक पेंशनरों के रिकॉर्ड को अपडेट करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। हालांकि अफसरों के अनुसार, यह गबन का मामला नहीं है। मृतक होने की सूचना देने में देरी के चलते ऐसे मामले आते हैं। जब तक सूचना मिलती है तब तक पेंशन जारी होते रहती है लेकिन हां, अगर कोई इस पैसे को निकालकर खर्च कर लेता है तो वह गलत है। लेकिन सहारनपुर में अभी तक इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है। पैसा खातों में ही रहता है और बैंक को पत्र लिखकर पैसा वापस मंगा लिया जाता है। अधिकांश पैसा वापस भी आ गया है।
मुख्य कोषाधिकारी सूरज सिंह ने बातया, मृतकों के खातों में पेंशन के 1.22 करोड़ रुपये जाने की बात सही है, लेकिन यह गबन नहीं है, सामान्य प्रक्रिया है। मृतकों की सूचना देर से प्राप्त होने के चलते ऐसा होता है। सूचना मिलते ही जारी पैसे को बैंक को लिखकर वापस मंगा लिया जाता है। कोई परिजन निकलकर खर्च कर लें तो गलत है लेकिन सहारनपुर में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है।