श्रीराम जन्मोत्सव की कथा सुन भक्त भाव विभोर
Bhadoni News - गोपीगंज के पश्चिम मोहाल में श्रीराम कथा के तीसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। कथा व्यास सुमनाजंलि ने प्रभु श्रीराम के जन्म की कथा का जीवंत चित्रण किया। उन्होंने बताया कि जब असुरों का अत्याचार...
गोपीगंज, हिन्दुस्तान संवाद। नगर के पश्चिम मोहाल में चल रहे श्रीराम कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को बड़ी तादात में लोग पहुंचे। कथा व्यास सुमनाजंलि ने प्रभु श्रीराम के जन्म की कथा का सजीव चित्रण कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रीराम कथा में जन्म कथा प्रसंग की कथा सुनात हुए कहा कि पृथ्वी पर जब-जब असुरों का अत्याचार बढ़ा है। तब-तब ईश्वर ने किसी न किसी रूप में अवतार लेकर असुरों का संहार किया। जब धरा पर धर्म के स्थान पर अधर्म बढ़ने लगता है, तब धर्म की स्थापना के लिए ईश्वर को आना पड़ता है। भगवान राम ने भी पृथ्वी लोक पर आकर धर्म की स्थापना की और लोगों का कल्याण किया। अयोध्या नरेश राजा दशरथ द्वारा पुत्रेष्ठी यज्ञ करवाने के बाद विष्णु भगवान प्रकट हुए और उन्होंने माता कौशल्या को चतुर्भुजी रूप दिखाकर बताया कि वे शीघ्र ही आपके गर्भ से मनुष्य अवतार लेकर आएंगे। पुत्रेष्ठी यज्ञ का प्रसाद ग्रहण करने के बाद माता कौशल्या को राम, सुमित्रा को लक्ष्मण तथा कैकई को भरत और शत्रुघ्न पैदा हुए। पूरी अयोध्या को सजाकर खुशियां मनाई गई और घर-घर दीपक जलाए गए।
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