कारोबार के साथ ही प्रकृति संग संतुलन नितांत जरूरी
Bhadoni News - कारोबार के साथ ही प्रकृति संग संतुलन नितांत जरूरी क क क कक क क क क क क क क क
भदोही, संवाददाता। शहर के स्टेशन रोड स्थित एक प्रतिष्ठान शुक्रवार को पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासन गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी तादाद में कालीन निर्यातकों ने भाग लिया। यूपी इंडस्ट्रियल कन्सल्टेन्ट्स, लखनऊ की ओर से आए अफसरों ने महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
जिले के डिप्टी कमिश्नर इंडस्ट्री आशुतोष सहाय पाठक ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कहा कि कालीन कारोबार को लेकर भदोही का नाम पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त है। निर्यातकों को कई योजनाओं के बारे में बताया। कहा कि जमीन न मिलने के कारण कई प्रोजक्ट अभी लटके हुए हैं। उन्होंने निर्यातकों से आह्वान किया कि जल एवं वायु प्रदूषण कम से कम हो, इस बात का पूरा ख्याल कालीन निर्माण करते समय दें। बिना प्रकृति के साथ संतुलन बनाए हम विकास नहीं कर सकते हैं। ईश्वर के सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करने पर उसका खामियाजा हमें और आपको ही भुगतना पड़ेगा।
एकमा के मानद सचिव पियूष बरनवाल ने कहा कि अन्य प्रांतों एवं देशों की तुलना में भदोही में प्रदूषण न के बराबर है। यहां पर हस्तनिर्मित कालीनों का निर्माण किया जाता है, जबकि अन्य स्थानों पर मशीन मेड का। फिर भी वादा किया कि कम से कम प्रदूषण हो इस बात का पूरा ख्याल रखा जाता है। उन्होंने भदोही में भी प्रदूषण का डाटा एकत्रित कराने पर बल दिया। लखनऊ से आए अफसरों ने जीरो डिफेक्ट जीरो इफेक्ट (जेड) प्रमाणन के बारे में लोगों को बताया। इसके जरिए कम लागत पर अधिकतम उत्पादन की प्रकिया को विस्तार से बताया। इस मौके पर आलोक कुमार समेत बड़ी तादात में लोग रहे।
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