खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचा सरयू का जलस्तर
जिले में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जो खतरे के लाल निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुँच गया है। इससे तटवर्ती गांवों में दहशत बढ़ गई है। प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है...
दुबौलिया/ घघौवा, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रविवार की शाम तक सरयू खतरे के लाल निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई। रौद्र रूप लेती नदी को तटवर्ती गांव के ग्रामीण दहशत में हैं। दुबौलिया ब्लॉक क्षेत्र का सुविकाबाबू गांव व आंशिक टेढवा पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर चुका है। वहीं नदी में पानी बढ़ने से विक्रमजोत विकास क्षेत्र के गावों में कटान शुरू होने से भी ग्रामीण सहमे हुए हैं। संभावित बाढ की आंशका को लेकर प्रशासनिक हलचल भी बढ़ गई है। अति संवेदनशील कटरिया चांदपुर तटबंध पर लेखपालों की टीम लगातार मौजूद है। पल-पल की सूचना उच्चाधिकारियों को दी जा रही है। रविवार को भी विभिन्न बैराजों से कुल 3.63 लाख क्यूसेक पानी छोडा गया है। गिरिजा बैराज से 164038 क्यूसेक, शारदा बैराज से 190278 क्यूसेक व सरयू बैराज से 9359 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। शनिवार की शाम चार बजे सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर रहा तो रविवार शाम चार बजे सरयू खतरे के निशान 92.730 से 45 सेंटीमीटर ऊपर 93.180 पर बह रही थी। कटरिया-चांदपुर तटबंध खजांचीपुर गांव से लेकर खलवा गांव तक व गौरा-सैफाबाद तटबंध पर पारा गांव के सामने पांच सौ मीटर में काफी दबाव बना हुआ है। बाढ़ के पानी में फसलें डूब गई हैं। जलस्तर बढ़ने पर तटबंध के किनारे बसे गांवों में भी पानी घुसे की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए प्रशासन स्तर से एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। तटबंध पर बने बाढ़ चौकी पर निगरानी टीम गठित कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
गायघाट संवाद के अनुसार विकास खंड कुदरहा के मदरहवा में रविवार को कटान धीमी रही। इससे ग्रामीणों ने राहत महसूस किया। बाढ़ कार्य खंड कटान रोकने के प्रयास में जुटा हुआ है। मदरहवा के पश्चिम में पानी खेतों में भरने लगा है। पानी यहां से आगे बढ़ कर कलवारी रामपुर तटबंध के किनारे तक पहुंचना शुरू हो गया है।
जलस्तर बढ़ने से तटविहीन गांवों पर गहराया संकट
घघौवा। सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे तटबंध विहीन गावों में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है तो दूसरी ओर नदी में हो रही कटान ने चिंता और बढ़ा दी है। विक्रमजोत विकास क्षेत्र में गांवों में नदी किनारे बसे गांवों में कटान शुरू हो चुकी है। लगातार सरयू नदी माझा क्षेत्र व उसके किनारे गांवों की खेतिहर भूमि को निशाना बनाते हुये आबादी की ओर बढ़ रही है। संदलपुर, छतौना माझा, भौसिया , कन्हईपुर, खेमराजपुर, लकड़ी, पकड़ी संग्रामपुर सहित दर्जन भर गांवों के किसानों की खेतिहर जमीन नदी में समा रही है। शनिवार व रविवार को सदलपुर गांव के पास हुई कटान से लोग दहशत में हैं। नदी गांव से सटकर बह रही है। लोगो को अनहोनी की आशंका सता रही है। विकास क्षेत्र के नेतवर पट्टी प्रधान प्रतिनिधि संतोष कुमार शुक्ल ने बताया कि ग्राम पंचायत के राजस्व गांव संदलपुर में हो रही कटान की सूचना बाढ़ खण्ड सहित उच्चाधिकारियों को दी गई है। ग्रामीण अपने स्तर से कटान से अपने आशियाने को बचाने के लिए भी गुहार लगा रहे हैं। इस सत्र में लगातार तीसरी बार कटान शुरू हुई है। प्रशासन स्तर से कटान रोकने के लिए अभी तक कोई ठोक कदम नहीं उठाया गया है।
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