माइक्रोस्कोपी व ट्रूनॉट जांच में कैली व जिला अस्पताल हो रहे असफल
Basti News - - टीबी के रोकथाम में जांच की महत्ता पर ध्यान नहीं दे रहे दो सरकारी अस्पताल माइक्रोस्कोपी व ट्र्रनॉट जांच में कैली व जिला अस्पताल हो रहे असफल
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बस्ती, निज संवाददाता। केंद्र सरकार 2025 तक देश से टीबी खात्मे के लिए काफी जोर देकर जांच करा रही है। जिले में भी 100 दिवसीय अभियान चलाकर टीबी रोगियों को खोज रहे हैं, लेकिन जिले के दो बड़े अस्पतालों का योगदान नहीं के बराबर है। जिला अस्पताल में जहां माइक्रोस्कोपी व ट्रूनॉट जांच की गति शून्य है, वहीं कैली में सिर्फ एक प्रतिशत जांच माइक्रोस्कोपी और ट्रूनॉट से हुई है, जिसको लेकर डीएम नाराजगी जता चुके हैं। जिला अस्पताल, ओपेक चिकित्सालय कैली समेत सीएचसी स्तर पर संचालित ओपीडी में आ रहे संदिग्ध टीबी रोगियों की जांच ट्रूनॉट से कराने के लिए निर्देश है। लेकिन, वर्तमान में कैली अस्पताल में ट्रूनॉट पर रेफरल केस बेहद कम है। सिर्फ एक प्रतिशत ही रेफरल केस आ रहे हैं, इस पर नाराजगी जताई गई है। माइक्रोस्कोपी और ट्रूनॉट पर जांच कम होने से अधिकांश मरीजों में टीबी की पुष्टि नहीं हो पा रही है। वहीं जिला अस्पताल में ट्रूनॉट रेफरल केस शून्य है। इस पर कहा गया है कि यहां मशीन नहीं होने के कारण जांच नहीं हो पा रही है। डीएम ने सीएमओ के स्तर से कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। इसके अलावा सल्टौआ का दो प्रतिशत है। विक्रमजोत चार, रुधौली पांच, बहादुरपुर नौ, परशुरामपुर 13, कप्तानगंज 14, मरवटिया, हर्रैया, सांऊघाट व गौर का प्रतिशत 15 है। कुदरहा 17, भानपुर 23, बनकटी 27 व जिला टीबी क्लीनिक का जांच प्रतिशत ट्रूनाट का 72 है। सीएमओ डॉ. आरएस दूबे ने ट्रूनॉट और माइक्रोस्कोपी बढ़ाने के लिए संबंधित को निर्देशित किया है।
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