मरीज न डॉक्टर, जैसे-तैसे निपटा सीएम आरोग्य मेला
बस्ती में मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेला के नियम बदल गए हैं। जिले के अधिकांश पीएचसी में एलोपैथ डॉक्टर मौजूद नहीं हैं, जबकि आयुष के चिकित्सक मरीजों का इलाज कर रहे हैं। फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय...
बस्ती, हिन्दुस्तान टीम। जिले में मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेला के नियम-कायदे बदल गए हैं। यहां एलोपै डॉक्टर पीएचसी से नदारद रहते हैं, जबकि आयुष के चिकित्सक मेला में उपचार कर दवा बांट रहे। यह हाल जिले के 39 पीएचसी में अधिकतर पीएचसी का है, जहां फार्मासिस्ट जांच कर रहे, वार्ड ब्वाय दवा बांटते दिख रहे हैं, इससे मरीजों को ठीक से उपचार की सुविधा नहीं मिल पा रही है। नगरीय पीएचसी बरदहिया में एमओ डॉ. इंद्रावती की अगुवाई में मेला लगा। 50 मरीजों को परामर्श दिया गया। डॉ. सोनू कुमार, डॉ. मासूमा, फार्मासिस्ट विजय कुमार, एलटी अजय, स्टाफ नर्स पूनम यादव ने सहयोग किया। पीएचसी नरहरिया में डॉ. आरपी सिंह ने जांच की। गौर संवाद के अनुसार पीएचसी बेलघाट में 34 मरीज आए जिनका इलाज एवं परामर्श डॉ. प्रेमचंद ने किया। फार्मासिस्ट राजेश कुमार सिंह ने दवा दिया। पीएचसी मुसहा में 39 मरीज आए जिनका इलाज एवं परामर्श आयुष डॉ. नफीस खान ने किया। फार्मासिस्ट राम सुरेश वर्मा ने दवा दिया। पीएचसी न्यू हलुवा बाजार में 40 मरीज आए जिनका इलाज डॉ. प्रवीन पटेल ने किया। फार्मासिस्ट रामतौल जायसवाल, फार्मासिस्ट बीआर प्रजापति व वार्ड ब्वॉय रवीश मणि त्रिपाठी ने सहयोग किया। गनेशपुर संवाद के अनुसार पीएचसी हरदी में आयुष चिकित्सक डॉ. अनिल मिश्र ने 60 मरीजों का उपचार किया। वहीं अन्य पीएचसी पर मेला जैसे-तैसे निपटा दिया गया। अधिकतर पीएचसी पर एलोपैथ के डॉक्टर नहीं थे, आयुष के चिकित्सक ही प्रभारी बनकर मरीजों का उपचार किए। फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय दवा बांटे।
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