चार चीनी मिलों का पेराई सत्र बंद, केवल सेमीखेड़ा चल रही
Bareily News - जिले की पांच चीनी मिलों को इस बार गन्ना भरपूर नहीं मिल पाया है, जिससे पेराई सत्र समय से पहले समाप्त हो गया है। केवल एक चीनी मिल में पेराई जारी है, जबकि चार मिलों पर किसानों का 222 करोड़ रुपये बकाया...

जिले की पांच चीनी मिलों को इस बार गन्ना भरपूर नहीं मिल पाया है। इसके चलते अप्रैल माह के अंत तक चलने वाली चीनी मिलों में पेराई अभी बंद हो गई है। केवल एक चीनी मिल में ही पेराई जारी है, इस मिल का भी 20 मार्च तक बंद होना तय माना जा रहा है। चार चीनी मिलों का पेराई सत्र पूरी तरह से समाप्त हो गया है। तमाम निर्देशों के बाद भी केवल एक निजी चीनी मिल ने ही शत-प्रतिशत किसानों का भुगतान किया है, जबकि चार चीनी मिलों पर किसानों का 222 करोड़ रुपये बकाया है। इस बार पिछले पेराई सत्र की तुलना में 40 फीसदी कम गन्ना पेराई होने का अनुमान है। जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह ने बताया कि इस बार जिले में बारिश, बाढ़ का असर गन्ना उत्पादन पर देखने को मिला है। इसकी वजह से मार्च के पहले सप्ताह तक ही चार चीनी मिल बंद हो चुकी है। केवल एक चीनी मिल का ही पेराई सत्र जारी है। मीरगंज की धामपुर चीनी मिल, बहेड़ी की केसर इंटरप्राइजेज और फरीदपुर की द्वारिकेश शुगर लिमिटेड के बाद नवाबगंज की ओसवाल चीनी मिल भी बंद हो गई हैं, जबकि पिछले साल 16 अप्रैल तक इन सभी चीनी मिल ने पेराई की थी। अब केवल सेमीखेड़ा चीनी मिल में पेराई जारी है, जो कि 20 मार्च तक बंद होने की उम्मीद है।
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