डीआरएम को लिखा पत्र, टैक्स चोरी में सहयोग करने वाले रेल कर्मियों पर करो कार्रवाई
जंक्शन पर पार्सलयान को लेकर भागने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जहां रेलवे अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। वही वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी आरोपी रेल कर्मियों पर कार्रवाई पर अड़ गए...
जंक्शन पर पार्सलयान को लेकर भागने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जहां रेलवे अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। वही वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी आरोपी रेल कर्मियों पर कार्रवाई पर अड़ गए हैं। एडश्निल कमश्निर ग्रेड-टू एसपी सिंह की ओर डीआरएम मुरादाबाद को पत्र लिखकर आरोपी पार्सल कर्मियों, स्टेशन मास्टर और लोको पायलेट, गार्ड के खिलाफ कार्रवाई को पत्र लिखा है। आरोप है, रेल कर्मचारी टैक्स चोरी में व्यापारियों का सहयोग करते हैं। जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान हो रहा है। रेल अधिकारियों का कहना है, वाणज्यि अधिकारी जंक्शन पर चेकिंग नहीं कर सकते हैं। जंक्शन परिसर से बाहर माल निकलने पर ही कार्रवाई कर सकते हैं। यह तो पूरी तरह से दबंगई हो रही है। पार्सलयान को खुलवाकर चेकिंग की जाती है। इस मामले में रेल बोर्ड के माध्यम से भारत सरकार को लिखा जाएगा। जिससे पुन: इस तरह का वाद-विवाद न हो।
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यह था मामला
रविवार को वाणिज्य कर विभाग की टीम टैक्स चोरी की सूचना पर जंक्शन पहुंची। चार नंबर प्लेटफार्म पर कुछ माल रेल पार्सल कर्मियों ने उतारा था, जब वाणिज्य कर अधिकारियों को देखा तो दल्लिी-पैसेंजर के इंजन में पार्सलयान को जोड़ कर यार्ड में पहुंचा दिया गया। यार्ड में व्यापारी मौजूद थे। फिर मामला बिगड़ गया। वाणज्यि अधिकारियों ने वीडियो बनाकर अपने उच्च अधिकारियों और रेलवे के उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी। जब सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में कार्रवाई कराए जाने की बात आई तो रेल अधिकारियों के आदेश पर पार्सलयान को वापस प्लेटफार्म पर लगाया गया। इतना ही नहीं ऊना हिमाचल एक्सप्रेस के पार्सलयान पर लगी मोहर को बदल दिया गया। बी की जगह एम कर दिया। बरेली की जगह मुरादाबाद की मोहर कर दी गई। जिससे वाणज्यि कर अधिकारी माल की चेकिंग न करें। तब मामला उलझ गया। हालांकि अधिकारियों 164 नग हंगामे के बाद जब्त कर लिये।
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लोको पायलेट नहीं, शंटर भागा था लेकर पार्सलयान
रेल सूत्रों का कहना है, लोको पायलेट की डयूटी जंक्शन तक लाने की थी। गाड़ी को छोड़कर लोको पायलेट की डयूटी ऑफ हो जाती है। गाड़ी को प्लेटफार्म हटाने का काम शंटर कर्मचारी है। रविवार को शंटर ही इंजन में जुड़े पार्सलयान को लेकर यार्ड में गया था। जब कार्रवाई की बात आई तो वापस लेकर आया। रेल अधिकारियों का कहना है, ट्रैक को खाली करने को इंजन लेकर गया था। वाणिज्य कर अधिकारी जो आरोप लगा रहे हैं। वह गलत हैं। जब कोई त्योहार आता है, तभी छापामारी होती है, जबकि दिल्ली से हर रोज ही माल बरेली आता है।
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