बीएससी फिजियोलॉजी का पूरा पेपर आउट ऑफ सिलेबस, हंगामा
Bareily News - रुहेलखंड यूनिवर्सिटी की बीएससी पंचम सेमेस्टर की परीक्षा में छात्रों को प्लांट फिजियोलॉजी के पेपर में माइक्रोबायोलॉजी के सवाल मिले। इस लापरवाही से छात्रों ने हंगामा किया और कई छात्र परीक्षा कक्ष से...
रुहेलखंड यूनिवर्सिटी की स्नातक परीक्षा के दौरान मंगलवार को बड़ी लापरवाही सामने आई। बीएससी पंचम सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के प्लांट फिजियोलॉजी के पेपर में सभी सवाल प्रथम सेमेस्टर के माइक्रोबायोलॉजी विषय के आए। सारे के सारे प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस देखकर छात्रों ने हंगामा कर दिया। तमाम छात्र वॉक आउट करते हुए 10-15 मिनट में ही परीक्षा कक्ष से बाहर आ गए। विश्वविद्यालय की इस लापरवाही का लगभग 10 हज़ार छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ा। मंगलवार को बीएससी फाइनल ईयर पंचम सेमेस्टर के परीक्षार्थियों की तीसरी पाली में 2:30 बजे से 4:30 बजे तक प्लांट फिजियोलॉजी, मेटाबॉलिज्म एंड बायोकेमेस्ट्री पेपर की परीक्षा थी। बरेली कॉलेज सहित लगभग 300 केंद्रों पर करीब दस हज़ार छात्र इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आए थे। पेपर के ऊपर कोड और पेपर का नाम दोनों ही बिल्कुल सही लिखे थे मगर जब छात्रों ने सवाल पढ़ने शुरू किये तो हैरान रह गए। कोई भी सवाल प्लांट फिजियोलॉजी से संबंधित नहीं था। ध्यान से देखने पर पता चला कि सभी नौ के नौ प्रश्न प्रथम सेमेस्टर में पढ़ाये जाने वाले माइक्रोबायोलॉजी के पेपर के थे। इस पर छात्रों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
आनन-फानन में विश्वविद्यालय से संपर्क किया गया। विश्वविद्यालय ने छात्रों को परीक्षा में शामिल करते हुए भविष्य में इसका रास्ता निकालने का आश्वासन दिया। इसके बाद लगभग सभी कॉलेजों में छात्रों को समझा-बुझाकर परीक्षा में शामिल कराया गया। मगर छात्रों का गुस्सा कम नहीं हुआ। अधिकतर जगह छात्र उपस्थिति लगाकर कुछ ही देर बाद बाहर आ गए। बरेली कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे छात्रों ने इस संबंध में अपनी शिकायत परीक्षा नियंत्रक को भेजी है।
पहले भी होती रहीं हैं बड़ी लापरवाही
विश्वविद्यालय की परीक्षा के दौरान इस तरह की बड़ी लापरवाही पहले भी होती रहीं हैं। दोषियों पर बड़ी कार्रवाई न होने के चलते एक बार फिर इसकी पुनरावृत्ति हुई है।
पेपर प्रकाशन की प्रक्रिया में खामी
शिक्षकों का कहना है कि विश्वविद्यालय में पेपर तय करने और प्रकाशित करने की प्रक्रिया में कई खामियां हैं। इसमें सुधार के लिए कई बार विश्वविद्यालय की ही बनाई गई समितियों ने अपने सुझाव भी दिए। उसके बाद भी इन सुझावों पर कोई अमल नहीं किया गया। उल्टे लगातार लापरवाही बढ़ती चली गई।
विद्यार्थी हित में लेंगे जल्द फैसला: मीडिया प्रभारी
इस बारे में मीडिया प्रभारी प्रो. अमित सिंह ने बताया कि संबंधित प्रकरण की जांच के लिए समिति गठित की जाएगी। छात्रों की शिकायत पर सहानुभूतिपूर्वक विचार होगा। विद्यार्थी हित में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
पहले भी हुई लापरवाही
वर्ष 2023 में स्नातक प्रथम सेमेस्टर भूगोल के पेपर में छह सवाल कामर्स के आने पर हंगामा हुआ था। आउट ऑफ सब्जेक्ट होने के कारण छात्र उन्हें हल ही नहीं कर पाए।
वर्ष 2023 में ही रुहेलखंड यूनिवर्सिटी की इम्प्रूवमेंट परीक्षा के दौरान बीकॉम फाइनल का पेपर सिर्फ अंग्रेजी भाषा में आया था। पेपर देखकर हिंदी भाषी छात्रों के पसीने छूट गए थे।
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