सनातन समरसता का प्रतीक है बाल रामायण
Bareily News - बरेली। प्रभु श्रीराम का चरित्र विश्ववंदनीय ,अनुकरणीय एवं अभिनंदनीय है। महाकुंभ के आयोजन में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का चरित्र, उनके आदर्श और
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बरेली। प्रभु श्रीराम का चरित्र विश्ववंदनीय, अनुकरणीय एवं अभिनंदनीय है। महाकुंभ के आयोजन में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का चरित्र, उनके आदर्श और बंधुत्व भाव की छवि ने संपूर्ण संसार को प्रभावित किया है। बाल रामायण के रचयिता डॉ. दीपंकर गुप्त ने सरस्वती विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भमोरा में की बाल सभा में कहा कि महाकुंभ की महत्ता केवल इसलिए नहीं कि वह एक धार्मिक आयोजन था अपितु उसने विश्व स्तर पर सनातन संस्कृति की अमिट छाप छोड़ने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य रमेश चंद्र श्रीवास्तव, मुनीश कुमार पाठक, अमोल कुमार, सुनील कुमार, दुर्ग पाल, गुलाब शंकर, संत कुमार, अमित कुमार, रेनू शर्मा, शालिनी राठौर आदि उपस्थित रहे।
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