बोआई का समय बीता मगर नहीं मिला लहसुन का बीज
Bareily News - उद्यान विभाग विभाग से शिकायत की मगर राहत नहीं मिली जिस्ट्रेशन करा चुके किसानों में
फरीदपुर, संवाददाता। बोआई का समय निकलने के बाद भी उद्यान विभाग किसानों को लहसुन का बीज नहीं दे पाया। लहसुन की खेती के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके किसानों में मायूसी का माहौल है। लहसुन की खेती करने की आस देख रहे किसानों के खेत खाली पड़े हैं।
शासन की ओर से मोटे अनाज को बढ़ावा देने के साथ लहसुन की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया गया। शासन ने प्रदेश के 45 जिलों के साथ बरेली जिले को 35 हेक्टेयर जमीन पर लहसुन की खेती का लक्ष्य दिया। उद्यान विभाग ने नेशनल हॉर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन(एनएचआरडीएफ) को अनुदान पर लहसुन का बीज वितरित करने की जिम्मेदारी दी। लहसुन की बोआई के लिए 15 अक्तूबर से 15 नवंबर का समय उपयुक्त बताया गया। फरीदपुर के भगवानपुर कुंदन के प्रगतिशील किसान मनोज शर्मा के अलावा जिले के 50 किसानों ने 40 एकड़ जमीन पर लहसुन की फसल का रजिस्ट्रेशन कराया। लहसुन की खेती को रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों ने अपना खेत खाली छोड़ दिया। उस पर दूसरी फसल की बोआई नहीं की। 15 नवंबर का समय निकलने के बाद भी एनएचआरडीएफ किसानों को लहसुन का बीज उपलब्ध नहीं करा पाया। किसाना उद्यान विभाग के अधिकारियों से इसकी शिकायत की लेकिन राहत नहीं मिली। प्रगतिशील किसान मनोज शर्मा ने बताया की दो एकड़ जमीन पर लहसुन की फसल करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। लहसुन का बीज नहीं मिलने से भारी क्षति उठानी पड़ी है। मामले की शिकायत शासन में करेंगे। जिला उद्यान अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया की लहसुन का बीज जल्द से जल्द मंगाने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है एक सप्ताह में बीज मिल जाएगा। बीज मिलते ही बोआई का कार्य शुरू कराया जाएगा। किसान लहसुन की खेती के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।