आठ ट्रेनों में बरेली जंक्शन से 80 यात्रियों ने भी नहीं किया सफर
ट्रेनों का खाली चलना रेल के लिए घाटा साबित होने लगा है। ट्रेन का संचालन रेलवे बन्द भी नहीं करा सकता। अधिकारी इसे गाड़ियों का खाली चलना कोरोना का खौफ...
ट्रेनों का खाली चलना रेल के लिए घाटा साबित होने लगा है। ट्रेन का संचालन रेलवे बन्द भी नहीं करा सकता। अधिकारी इसे गाड़ियों का खाली चलना कोरोना का खौफ ही बता रहे हैं। बरेली जंक्शन से जिन ट्रेनों में कभी चढ़ने को मारामारी होती थी। उनमें अब आधे- अधूरे ही पैसेंजर पहुंच रहे हैं। हिंदुस्तान ने सुबह से दोपहर तक की ट्रेनों की पड़ताल की। रेल के रिकॉर्ड को देखा तो पता चला रिजर्वेशन अधिक हो रहे हैं, जबकि चढ़ने उतरने वालों की संख्या आधी ही हो रही है। इज़े कोरोना का खौफ ही माना जाएगा।
बरेली जंक्शन कामर्शियल विभाग का कहना है, 16 अप्रैल के बाद यात्रियों की संख्या में बड़ी गिरावट आई है। 24 घंटे में 200 से 250 ही यात्री सफर कर रहे हैं। स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह का कहना है, कोरोना संक्रमण को देखते हुए, वही लोग सफर कर रहे हैं। जिनको जाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अन्यथा, लोग रिजर्वेशन कराने के बाद यात्रा को घर से नहीं निकल रहे। यही वजह है, रिजर्वेशन चार्ट में यात्रियों की संख्या अधिक आती है। ट्रेनों पर चढ़ने या उतरने वाले यात्रियों की संख्या आधी ही मॉनिटरिंग में मिल रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।