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बरेली, रायबरेली, मेरठ, संभल, 24 घंटे में 4 जिलों में यूपी पुलिस की दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई

यूपी में पुलिस के इस्तकबाल को बार-बार चुनौती दी जा रही है। पिछले 24 घंटे के अंदर ही चार जिलों बरेली, रायबरेली, मेरठ और संभल में पुलिस वालों को लोगों ने पीटा। उनकी गाड़ियां तोड़ दी गई हैं।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानFri, 1 Nov 2024 09:17 PM
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यूपी में पुलिस के इस्तकबाल को बार-बार चुनौती दी जा रही है। पिछले 24 घंटे के अंदर ही चार जिलों बरेली, रायबरेली, मेरठ और संभल में पुलिस वालों को लोगों ने पीटा। उनकी गाड़ियां तोड़ दी गई हैं। बरेली में तो पुलिस चौकी में घुसकर पुलिस वालों की पिटाई की गई। इसका वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। रायबरेली में दारोगा समेत कई पुलिस वालों को गंभीर चोट लगी है। मेरठ में पुलिस वालों की पिटाई के साथ ही वर्दी भी फाड़ दी गई। पुलिस वालों ने यहां भागकर जान बचाई है। संभल भी भी पुलिस की वर्दी फाड़ी गई है। हालांकि सभी मामलों में भारी पुलिस फोर्स भेजकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया गया है।

बरेली में लाठी-डंडे से पुलिस वालों की पिटाई

बरेली में जुआ की सूचना पर पहुंची प्रेमनगर पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया। दरोगा व सिपाही को दौड़ा-दौड़ाकर लाठी-डंडों और ईंटों से प्रहार कर जख्मी कर दिया जबकि होमगार्ड वहां से भाग निकला। इस मामले में पुलिस ने 16 नामजद समेत 41 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वारदात के बाद बड़ी तादात में फोर्स के साथ दबिश देकर नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बाकी की तलाश कराई जा रही है।

दीपावली की रात प्रेमनगर पुलिस को बांके की छावनी में जुआ होने की सूचना मिली थी। इस पर दरोगा शुभम चौधरी, कांस्टेबल मनीष और होमगार्ड दिनेश चंद्र मौके पर पहुंचे तो होली चौक पर 30-40 लोग शराब के नशे में धुत भीड़ लगाकर खड़े थे। पुलिसकर्मियों ने भीड़ लगाने का कारण पूछते हुए सभी को घर जाकर त्योहार मनाने को कहा। इस पर सभी आक्रोशित हो गए और बांके की छावनी में होली चौक निवासी अशोक ने पुलिसकर्मियों से गालीगलौज शुरू कर दी।

पुलिसकर्मियों ने विरोध किया तो आरोप है कि मोहल्ले के ही धीरज, विजय, कपिल, विपिन, नन्हें, राजू, छोटेलाल, विनोद, कुनाल, आदेश, रमेश चंद्र, अर्जुन, राहुल, वरुण कुमार, अशोक और 20-25 अज्ञात ने एकराय होकर हमला कर दिया। घरों से लाठी-डंडे और लोहे की सरिया लाकर पुलिसकर्मियों को पीटना शुरू कर दिया। ईंटों से भी प्रहार दरोगा व सिपाही को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनकी वर्दी फाड़ डाली। उनकी बाइक भी तोड़ दी गई। बवाल होता देखकर वहां पर भगदड़ मच गई।

पुलिस को पिटता देखकर लोगों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। होमगार्ड दिनेश चंद्र जान बचाकर मौके से भाग निकला। दरोगा शुभम चौधरी ने थाने को सूचना देकर और फोर्स मांगी तो आरोपी भाग निकले। इस मामले में दरोगा शुभम चौधरी की ओर से 16 नामजद और 20-25 अज्ञात के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला, सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, गालीगलौज और सात क्रिमिनल लॉ समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। घायल दरोगा और सिपाही को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से शुक्रवार को छुट्टी कर दी गई। नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

वीडियो में दिखी बर्बरता, मंदिर का दरवाजा बंद कर बचाई जान

बरेली। घटना के वायरल वीडियो में हमलावरों की बर्बरता साफ नजर आ रही है। पुलिसकर्मी जान बचाने को मंदिर के अंदर घुसे तो हमलावर उसका दरवाजा तोड़ने पर आमादा हो गए। इसके बाद एसपी सिटी के नेतृत्व में पुलिस ने रात भर ताबड़तोड़ अभियान चलाकर नौ हमलावरों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया। एसएसपी अनुराग आर्य ने भी थाना प्रेमनगर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली।

इस घटना का महज 15 सेकेंड का वायरल वीडियो हमलावरों की बर्बरता बयां करने के लिए काफी है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी बचने की कोशिश कर रहे हैं और हमलावर उन्हें दौड़ाकर लाठी-डंडों व ईंट से पीट रहे हैं। दो पुलिसकर्मी जान बचाने के लिए एक मंदिर में घुस गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया तो भी हमलावर दरवाजा तोड़कर उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करते रहे।

इस वारदात के बाद रात में ही एसपी सिटी मानुष पारीक और सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव थाना प्रेमनगर पहुंचे। कई थानों की पुलिस के साथ पूरी रात पुलिस की कार्रवाई जारी रही। इस दौरान अशोक वर्मा, धीरज, राहुल शर्मा, वरुण, अर्जुन, कुनाल, आदेश, विपिन और राकेश को गिरफ्तार कर शुक्रवार को उन्हें जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

रायबरेली में कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट

रायबरेली में कुछ दबंगों ने गुरुवार रात दरोगा और पुलिसकर्मियो पर हमला कर दिया। इसमें दारोगा समेत कई पुलिस वालों को गंभीर चोट आई है। पुलिस ने नौ लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर दबिश डाली और छह लोगों को हिरासत में लिया है। गौरतलब है कि शनि सोनकर और चाहत सिंह आदि के बीच कहासुनी और मारपीट हुई थी। इसके बाद पुलिस और शनि सोनकर के साथ वैधानिक कार्यवाही के दौरान उनके साथ चाहत सिंह और उनके साथियों ने हमला कर मारपीट की। हमले में दरोगा हिमांशु मलिक, दरोगा अमित कुमार हेड कांस्टेबल तिलेश्वर कांस्टेबल अभिषेक यादव कांस्टेबल सतीश कुमार को गंभीर चोट आयी है। घायल पुलिसकर्मियों का घटना के बाद मेडिकल कराया गया है।

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद दबिश देकर छह नामजदों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए आरोपियों के नाम इंदल सिंह रणविजय सिंह विनय सिंह, धीरेंद्र प्रताप सिंह, कुलदीप औरा चाहत सिंह है। पुलिस पर हमले की घटना गुरुवार देर रात की है। पुलिस कर्मियों पर हमले कि सूचना पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। हिरासत में लिए गए आरोपियों के पास से अवैध हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस द्वारा आरोपियों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं अन्य फरार लोगो की गिरफ्तारी के भी प्रयास किये जा रहे हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी डलमऊ ने कहा कि जल्द की फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जायेगा।

मेरठ में पुलिस की गाड़ियों के शीशे तोड़े, वर्दी फाड़ी, भागकर बचाई जान

मेरठ में नौचंदी क्षेत्र में पुराना के-ब्लॉक साईं बगिया में बंद मकान पर दीवाली पर पूजा करने पहुंचे दहेज हत्या के आरोपियों को मोहल्ले के लोगों ने घेर लिया और जमकर मारपीट की। इनको मकान में बंद कर पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस से मोहल्ले के लोगों ने हाथापाई कर पथराव कर दिया। पुलिसकर्मियों ने दौड़कर जान बचाई। यूपी 112 के दो वाहन तोड़ दिए गए। सूचना पर एसपी सिटी और सीओ फोर्स के साथ मौके पर दौड़े। मोहल्ले के 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।

लालकुर्ती के कसेरुखेड़ा निवासी मुकेश वर्मा ने कुछ महीने पहले बेटी निशा वर्मा की शादी पुराना के-ब्लॉक में साईं बगिया निवासी दीपक वर्मा से की थी। दीपक एक बैंक में क्लर्क है। 22 जुलाई को निशा ने सुसाइड कर लिया। परिजनों ने दीपक वर्मा, सास मंजू वर्मा, ससुर देवेंद्र वर्मा और जेठ, देवर समेत परिवार के कई लोगों पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने दीपक वर्मा, मंजू वर्मा और देवेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। परिवार के अन्य लोग फरार थे। इसके बाद से दीपक वर्मा का मकान बंद था।

दीवाली के दिन देवेंद्र अपने दोनों बेटों जितेंद्र और हिमांशु समेत परिवार के लोगों के साथ साईं बगिया स्थित मकान पर पूजा करने पहुंचे थे। मोहल्ले के लोगों को इसका पता लगा तो देवेंद्र वर्मा समेत परिवार के लोगों से मारपीट करते हुए कमरे में बंद कर दिया। सूचना निशा के परिजनों और पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो मोहल्ले के लोगों का पुलिस से भी विवाद हो गया।

आरोप है कि मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को घेर मारपीट कर दी और वर्दी फाड़ डाली। पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें यूपी 112 की गाड़ी और थाने की जीप के शीशे टूट गए। सूचना मिलते ही एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह और सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी घटनास्थल पर दौड़े। पुलिस ने मोहल्ले के 20 लोगों को हिरासत में लिया। एल ब्लॉक चौकी के दरोगा पवन कुमार ने छह लोगों को नामजद कर अज्ञात आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया है। आहन शर्मा, विमलेश्वर मिश्रा, सौरभ रस्तोगी, सोनू वर्मा, अनुज वर्मा को गिरफ्तार दिखाया है।

संभल में पुलिसकर्मियों से मारपीट, चौकी प्रभारी की वर्दी फाड़ी

संभल में जुनावई थाना क्षेत्र के देवर कंचन गांव में बुधवार देर रात दूध का केन रखने को लेकर हुए हिंसक विवाद को सुलझाने पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ भी जमकर मारपीट की गई। मौके पर पहुंचे बैरपुर चौकी प्रभारी को आरोपियों ने बंधक बना लिया और उनकी वर्दी फाड़ दी। पथराव में चौकी प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में थाने से पहुंची थाने की पुलिस ने चौकी प्रभारी को मुक्त कराया और पुलिसकर्मियों को सीएचसी में भर्ती कराया। पुलिस ने नौ नामजद आरोपियों के साथ ही अन्य ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

बता दें कि थानाक्षेत्र के गांव देवर कंचन निवासी राजपाल शर्मा दूध की डेयरी चलाते हैं। बुधवार देर रात जमालपुर गांव निवासी चालक पोशाकी गाड़ी लेकर दूध लेने पहुंचा था। वह चौराहे पर गाड़ी खड़ी करके दूध के कैन रखने लगा। इसका गांव के ही भूपाल दत्त और उसके परिजनों ने विरोध किया। विवाद बढ़ा तो आरोपियों ने पोशाकी को बुरी तरह से पीट दिया। स्थिति बिगड़ती देख डेयरी संचालक राजपाल चालक पोशाकी को बचाकर अपने घर लेता गया लेकिन आरोपियों ने वहां भी धावा बोल दिया और पथराव शुरू कर दिया। इस बीच राजपाल के पोते टीटू ने यूपी-112 पर घटना की जानकारी दे दी। कुछ ही देर में मौके पर पीआरवी पहुंच गई। जब आरोपी उनसे भी नहीं माने तो पीआरवी ने थाने को इसकी जानकारी दे दी। कुछ ही देर में बैरपुर चौकी प्रभारी सुनील कुमार भाटी भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।

चौकी प्रभारी की बात सुनने के बजाय आरोपियों ने उन्हें ही बंधक बना लिया और उनकी वर्दी फाड़ दी। सिपाही नईम अहमद, साजिद, पीयूष शर्मा, होमगार्ड भागीरथ और महिला सिपाही अनिता के साथ भी मारपीट की। जानकारी पाकर पहुंची थाने की पुलिस ने चौकी प्रभारी को मुक्त कराया और सभी घायलों को जुनावई सीएचसी में भर्ती कराया। चौकी प्रभारी की तहरीर पर शिव कुमार, रामू, श्यामू, रिया, कामिनी, मीरा, भूपाल दत्त, राजीव, कुलदीप को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोंई के अनुसार देवर कंचन गांव में दो पक्षों में दूध की गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुए विवाद की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची थी। चौकी प्रभारी और पुलिसकर्मियों के समझाने पर एक पक्ष के लोगों ने पुलिस टीम के साथ मारपीट और अभद्रता की। इस मामले में 9 लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की घटनाएं स्वीकार्य नहीं हैं। पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।

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