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बोले बाराबंकी:शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों को रुला रही कटौती

Barabanki News - बाराबंकी में प्रचंड गर्मी से लोग परेशान हैं। तापमान बढ़ने से बिजली की मांग में वृद्धि हुई है, लेकिन अघोषित बिजली कटौती आम लोगों के लिए समस्या बन गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई घंटे बिजली की आपूर्ति...

Newswrap हिन्दुस्तान, बाराबंकीWed, 30 April 2025 02:24 AM
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बोले बाराबंकी:शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों को रुला रही कटौती

बाराबंकी। प्रचंड गर्मी से लोग बेहाल होने लगे हैं। घर से लेकर कार्यालय, मॉल व बड़े बड़े प्रतिष्ठानों में एसी, बड़े कूलर, पखा चलाकर लोग गर्मी से बचाव करते दिख रहे हैं। तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग भी करीब डेढ़ गुना बढ़ गई है। ऐसे में दिन व रात में हो रही अघोषित बिजली कटौती लोगों के जी का जंजाल बनने लगी है। आमतौर पर मई जून, जुलाई अगस्त में बिजली की मांग अधिक की जाती है। शहर से लेकर कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र में दिन हो रात बिजली की आवाजाही मुसीबत बनी हुई है। रात में बिजली आपूर्ति के समय में भी बार बार बिजली की आंख मिचौली लगी रहती है। भीषण गर्मी में लोग बाहर निकलने के बजाय घरों में रहना पसंद करते हैं, क्योंकि बाहर लोगों को गर्मी, तेज धूप व धूलभरी हवाओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन घर में रहने के दौरान बिजली न मिलने से भी समस्याएं होती है। हल्की हवा चलने पर कई घन्टे बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। कस्बा जैदपुर में दिन में दो से तीन घन्टे बिजली कटौती की जाती है, ग्रामीणों ने बताया कि ब्लाक सूरतगंज में रोजाना सात से आठ घन्टे बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। मसौली, सआदतगंज, निन्दूरा, समेत कई क्षेत्रों में बिजली कटौती होने से लोग काफी परेशान है। लोगों का कहना है कि गर्मी आते ही बिजली विभाग की मनमानी भी शुरू हो गई है। बिजली कटौती बड़ी समस्या बढ़ती जा रही है।

कर्मचारियों की मिलीभगत से होती है बिजली चोरी:गर्मी के महीनों में बिजली खपत अधिक बढ़ जाती है। बिजली का अधिक उपयोग करने पर बिजली का बिल भी अधिक आता है। जिसके चलते लोग बिजली चोरी करने का उपाय भी निकाल लेते है। ग्रामीण क्षेत्रों में कर्मचारियों की मिलीभगत से खम्भों पर कटिया डालकर बिजली चोरी हो रही है। बीते माह जैदपुर कस्बे में अवर अभियंता मिर्जा परवेज हुसैन ने चेकिंग अभियान के तहत सात लोगों को बिजली चोरी करते पकड़ा था। जिसके बाद सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बावजूद बिजली चोरी थम नहीं रही है।

कुर्सी उपकेन्द्र का निर्माण अधूरा ओवरलोड होने से आपूर्ति सुस्त:कुर्सी उपकेन्द्र की स्थिति बढ़ती गर्मी के कारण बिगड़ती जा रही है। उक्त उपकेन्द्र के सभी ट्रांसफार्मर ओवरलोड के कारण कांप रहे हैं। इसी कारण से उक्त उपकेन्द्र के सभी फीडरों की आपूर्ति भी प्रभावित होती है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार बाबागंज विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण चल रहा है। जिसे मई माह में शुरू करने का लक्ष्य है। मगर स्थानीय लोगों के अनुसार उक्त नए उपकेन्द्र के भवन का निर्माण काफी सुस्त रफ्तार से चल रहा है। जिसके कारण मई माह क्या इस बार फिर गर्मी में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। कुर्सी उपकेन्द्र से जुड़े लोगों का कहना है कि पहले ही लखनऊ से आने वाले हाईटेंशन लाइनों में अक्सर खराबी आ जाती है। जिससे कई-कई घंटे आपूर्ति बंद रहती है। इसके बाद लगातार क्षेत्र का लोड बढ़ रहा है मगर नए उपकेन्द्र का निर्माण सुस्त रफ्तार से चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर बाबा बाजार विद्युत उपकेन्द्र बनकर जल्द तैयार हो जाए तो कुर्सी के फीडरों पर भी स्थानीय खराबी कम हो जाएगी। जिसका कारण लोड अधिक होने से अक्सर ट्रांसफार्मर खराब हो जाते हैं और तारों में शाट सर्किट होता रहता है। उधर, बिजली विभाग का कहना है कि कार्यदायी संस्था को मई माह तक भवन को बनाना है। विभाग मई माह में ही बिजली उपकेन्द्र शुरू करने की तैयारी में है।

आंधी पानी से हुआ भारी नुकसान:गर्मी के मौसम में आंधी पानी के कारण बिजली कटौती की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। पिछले सप्ताह गुरुवार की रात आई तेज आंधी व हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई थी। आंधी के कारण बिजली के खम्भे टूटकर गिर गए। खम्भों पर लगे ट्रांसफार्मर भी नीचे आ गिरे। पेड़ गिरने से बिजली के तार कई स्थानों पर टूट गए। नतीजा शुक्रवार तक करीब पांच सौ गांवों की बिजली व्यवस्था ध्वस्त रही। इतना ही नहीं आंधी के कारण बिजली विभाग को करीब पचास लाख रुपए की क्षति हुई है। पिछले सप्ताह आई आंधी ने पूरे जिले की विद्युत व्यवस्था को पटरी से उतार दिया। तेज आंधी के कारण पूरे जिले में बिजली के 120 खम्भे टूटकर नीचे गिर गए थे। इसमें अभी भी कई स्थानों पर खम्भे नहीं लग सके हैं जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित है। कहीं तार तो कहीं खम्भों की कमी के चलते विद्युत आपूर्ति बहाल होने में समय लग रहा है। लोगों का कहना है कि विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने, फीडरों पर तकनीकी समस्या या फॉल्ट आने पर कर्मचारियों की कमी भारी पड़ रही है।

बोले जिम्मेदार: बाराबंकी डिवीजन के अधिशासी अभियंता सुभाष का इस बारे में कहना है कि बीते एक पखवाड़े में चार बार आंधी पानी आने से विद्युत लाइनें कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई थी। 120 से ज्यादा खम्भे टूटे और 43 स्थानों पर ट्रांसफार्मर गिरने से समस्या आई थी। दिन रात टीमों को लगाकर मरम्मत कार्य कराया गया। ऐसे में जहां पर ज्यादा समस्या थी उसे भी दूर करके आपूर्ति बहाल की गई है। इसके साथ ही समय समय पर तारों व विद्युत ट्रासंफार्मरों की जांच कराई जाती है। अगर कहीं बिजली की समस्या की कोई शिकायत आती है तो उसका समाधान किया जाता है।

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