गृहस्थ जीवन में रहते हुए भी मनुष्य प्रभु की प्राप्ति कर सकता है
Barabanki News - जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ने हथौंधा में सत्संग के दौरान आत्म कल्याण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गृहस्थ जीवन में रहते हुए भी परमात्मा की प्राप्ति संभव है।...

रामसनेहीघाट। जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ने शुक्रवार को हथौंधा में सत्संग के माध्यम से लोगों को आत्म कल्याण का संदेश दिया। सत्संग में संत पंकज ने कहा कि परमात्मा ने मनुष्य को यह जीवन आत्मकल्याण के लिए दिया है। गृहस्थ जीवन में रहते हुए भी मनुष्य प्रभु-प्राप्ति कर सकता है, यदि वह किसी सच्चे संत महात्मा के बताए मार्ग पर चले। उन्होंने कहा जब इस किराए के मकान (शरीर) को छोड़ना होगा, तब धन-दौलत सब यहीं छूट जाएगा। गुरु के बिना कोई मददगार नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि कलियुग में मनुष्य की आयु और शारीरिक शक्ति कम हो गई है, जबकि मन की चंचलता बढ़ गई है। ऐसे में प्रभु की कृपा से संतों ने मार्गदर्शन देने के लिए इस धरती पर जन्म लिया है। संत पंकज ने बताया कि सुरत-शब्द योग के माध्यम से मनुष्य जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो सकता है। प्रवचन में संत पंकज ने समाज में बढ़ रही हिंसा और अपराध पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण अशुद्ध खान-पान और महात्माओं की शिक्षाओं से दूर होना है। जात-पात के नाम पर झगड़ने से केवल नफरत बढ़ती है और गृहस्थ जीवन की शांति भंग होती है। इस अवसर पर बाराबंकी संगत के जिलाध्यक्ष रामचंद्र यादव, ब्लॉक अध्यक्ष राजकिशोर 'पिंटू', अविनाश सिंह,वीपी सिंह, अमर बहादुर सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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