नेशनल हाईवे पर गड्ढे व गहरी दरारें, हादसे की संभावना
बाराबंकी में लखनऊ अयोध्या हाइवे पर गहरी दरारें जानलेवा साबित हो रही हैं। बाइक सवार राहगीरों को गंभीर चोटें आ रही हैं। एनएचएआई की पेट्रोलिंग टीम की लापरवाही के कारण सड़क की स्थिति बिगड़ रही है। कई...
बाराबंकी। लखनऊ अयोध्या हाइवे की दोनों लेन की सड़कों पर बड़ी और गहरी दरारें जानलेवा साबित हो रही हैं। चौड़ी और गहरी दरारों में दो पहिया वाहन चालक आए दिन फंसकर गिर कर घायल हो रहे हैं। कई स्थानों पर महीनों से गड्ढे हैं मगर एनएचएआई की पेट्रोलिंग टीम को नजर नहीं आता। हाइवे के दोनों ओर लगी लोहे की रेलिंग भी कई स्थानों पर टूटी पड़ी है। अवैध कट भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एनएचएआई की पेट्रोलिंग टीम की लापरवाही राहगीरों पर भारी पड़ रही है। सफेदाबाद से रसौली तक हाइवे पर दरारें: अगर आप लखनऊ अयोध्या हाइवे पर सफर कर रहे हैं तो आपको सतर्क होकर वाहन चलाना पड़ेगा। नहीं तो आप हादसे का शिकार हो सकते हैं। क्योंकि सफेदाबाद से रसौली तक हाइवे की दोनों लेन की सड़कों पर गहरी और चौड़ी दरारें हो गई हैं। आठ किमी. हाइवे की दोनों सड़कों का हाल हिन्दुस्तान की टीम ने देखा तो जगह जगह दरारें खतरनाक रूप ले चुकी हैं। हाइवे पर तेज रफ्तार से गुजरने वाले वाहन अक्सर अनियंत्रित होने लगते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कतें तो बाइक से सफर करने वाले राहगीरों को उठानी पड़ती हैं। जरा सी लापरवाही मौत का कारण भी बन सकती है। लखनऊ से आते समय सफेदाबाद में ओवर ब्रिज पर कई छोटे बड़े गड्ढों में गाड़ियां उछलती नजर आती हैं। ओवर ब्रिज उतरते ही सीमेंट वाली सड़क पर सड़के चिटक कर धंस गई है। इसके आगे पूरी सड़क पर असैनी मोड से दरारे हैं। इसी प्रकार बड़ेल के पास ओवरब्रिज से रसौली ओवरब्रिज तक दोनों ओर सड़कों पर दरारों की समस्या ज्यादा दिखी। शुकलई गांव से हाइवे पर चढ़ते ही और भाजपा कार्यालय के निकट हाइवे के हालात खतरनाक दिखे।
कई जगहों पर टूटकर गायब हो चुकी रेलिंग : रसौली से आगे बढ़ने पर चौपुला, हीरों एजेंसी के आगे प्लाटिंग के पास, पल्हरी ओवरब्रिज से पूर्व लगी लोहे की रेलिंग टूटकर गायब हो चुकी है। यहां पर हाइवे का कुछ हिस्सा धंसा दिखा। बड़ेल से आगे रेठ नदी की ओर बढ़ने पर कई स्थानों पर सड़क के किनारों की मिट्टी बरसात में बह जाने पर मरम्मत सही से न कराने पर सड़क नीचे खोखली मिली।
हाइवे पर जहां जहां भी दरारें थी उन्हें कंकरीट से भराने के लिए टीमों को लगाया गया है। मेंटीनेंस टीमें दरारों को भरने, टूटी रेलिंगों की मरम्मत करने का कार्य कर रही हैं। जहां भी शिकायत आती है उसे दुरुस्त कराया जाता है।
- सौरभ चौरसिया, परियोजना निदेशक एनएचआई
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।