सुरक्षा कारणों का हवाला दे सील सामान नहीं लेने आया मुख्तार का परिवार
Banda News - बांदा। संवाददाता माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को एक साल पूरे हो गया। मौत

बांदा। संवाददाता माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को एक साल पूरे हो गया। मौत की वजह से पर्दा उठाने के लिए मजिस्ट्रेटी और न्यायिक जांच हुई थी। दोनों जांचें सितंबर में पूरी होने के साथ ही रिपोर्ट भी सौंपी जा चुकी हैं। अब तक मुख्तार अंसारी का सामान और बैरक सील है। कई बार पत्राचार के बाद भी मुख्तार का परिवार उनका सील सामान लेने नहीं आया। बांदा मंडल कारागार प्रशासन के पत्र का जवाब देते हुए न आ पाने के पीछे सुरक्षा कारण बताए हैं।
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सवालिया निशान उठे थे। मौत की असल वजह से पर्दा उठाने के लिए मजिस्ट्रेट और न्यायिक जांच के आदेश हुए। मजिस्ट्रेट जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार और न्यायिक जांच एमपी-एमएलए कोर्ट न्यायाधीश गरिमा सिंह को मिली। एडीएम ने गत वर्ष मार्च में ही अपनी रिपोर्ट पूरी कर शासन को सौंप दी थी। बीते वर्ष सितंबर में न्यायिक जांच भी पूरी कर रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है। दोनों जांचें पूरी होने के बाद मुख्तार अंसारी की बैरक में सील रखा उनका सामान परिवार की सुपुर्दगी में देने के लिए पत्राचार किया गया। कई बार पत्राचार के बाद भी परिवार का कोई सदस्य नहीं आया। जेल सीनियर सुपरिटेंडेंट अविनाश कुमार गौतम ने बताया कि कई बार पत्राचार के बाद मुख्तार अंसारी के परिवार ने अपने वकील के जरिए पत्र भेजा है। पत्र में न आ पाने के पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया है। मुख्तार अंसारी का सील सामान उनकी बैरक नंबर 16 (तन्हाई) में रखा है। बैरक सील है। मुख्तार अंसारी का कौन-कौन सा सामान है। सील होने की वजह से इसकी जानकारी नहीं है।
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