बिना कर्म करे नहीं होती फल की प्राप्ति: कथाव्यास
बांदा। निज संवाददाता शहर के कैलाशपुरी में श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार...
बांदा। निज संवाददाता
शहर के कैलाशपुरी में श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को कथाव्यास ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताया। इस दौरान भक्ति भजनों पर लोग झूमते रहे।
कथाव्यास तुलसीदास महाराज ने बताया कि गोवर्धनका अर्थ है गौ संवर्धन। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत मात्र इसीलिए उठाया था कि पृथ्वी पर फैली बुराइयों का अंत केवल प्रकृति एवं गौ संवर्धन से हो सकता है। अगर हम बिना कर्म करे फल की प्राप्ति चाहेंगे तो वह कभी नहीं मिलेगा, कर्म तो हमें करना ही होगा। उन्होंने गोवर्धन पर्वत की कथा सुनाते हुए कहा कि इंद्र के कुपित होने पर श्रीकृष्ण ने गोवर्धन उठा लिया था। इसमें ब्रजवासियों ने भी अपना-अपना सहयोग दिया। श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों की रक्षा के लिए राक्षसों का अंत किया तथा ब्रजवासियों को पुरानी चली रही सामाजिक कुरीतियों को मिटाने एवं निष्काम कर्म के जरिए अपना जीवन सफल बनाने का उपदेश दिया। इस मौके पर मंदिर प्रांगण में गिरिराज पर्वत की झांकी भी सजाई गई एवं छप्पन भोग लगा कर श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया।
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